सहकारी समिति से मिली जानकारी के अनुसार जिले के 117 खरीदी केन्द्रों में अब तक 65 लाख 34 हजार क्विंटल धान की खरीदी हुई है। इसमें से सिर्फ 38 लाख क्विंटल धान का उठाव हुआ है । यानि 27 लाख क्विंटल धान केन्द्रों में खुले में पड़े हुए हैं। मिली जानकारी के अनुसार शहर से लगे ढाबा, गठुला, अंजोरा, तुमड़ीबोड़ सहित अन्य जगहों के खरीदी केन्द्रों में धान भीग गया था और इसमें अकुंरण आ रहा है। इससे धान के खराब होने की संभावना है।
13 हजार किसान अब तक नहीं बेच पाए हैं धान समर्थन मूल्य में धान खरीदी का 20 फरवरी को अंतिम तिथि है। खरीदी में 4 दिन ही शेष है। मिली जानकारी के धान बेचने करीब 13 हजार किसान बचे हुए हैं। ऐसे में 4 दिन में बचे किसानों का धान खरीदी हो पाएगा, इस पर संदेह है। जिले में इस साल 1 लाख 71 हजार किसानों में धान बेचने पंजीयन कराया है। अब तक 1 लाख 58 हजार किसानों ने ही धान बेचा है। बचे चार दिन में इन किसानों का धान खरीदी हो पाना संभव नहीं है। जिले में इस साल 67 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य है। अब तक 65 लाख क्विंटल की खरीदी हो चुकी है।
किसानों का धान खरीदा जाएगा राजनांदगांव सहकारी समिति सीईओ सुनील वर्मा ने कहा कि खरीदी केन्द्रों में करीब 27 लाख क्विंटल धान रखा हुआ है। बारिश के समय सभी धान को कैप कवर से सुरक्षित रखा गया था। अंकुरण आने का कहीं से कोई शिकायत नहीं आई है। खरीदी में 4 दिन बचा है। सभी किसानों का धान खरीदा जाएगा।