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राजनंदगांव

कोरोना संक्रमण में गाइडलाइन के अनुसार मनेगा गणेश उत्सव, छोटे होंगे पंडाल और प्रतिमा के आकार …

पंडालों में किए जाएंगे आवश्यक उपाय, सेनिटाइजर, मास्क, साबुन रखना जरूरी

राजनंदगांवAug 11, 2020 / 09:40 am

Nitin Dongre

According to the guidelines in the corona transition, the Ganesha festival will be small, the size of the pandal and the statue will be ...

कोरोना संक्रमण में गाइडलाइन के अनुसार मनेगा गणेश उत्सव, छोटे होंगे पंडाल और प्रतिमा के आकार …

खैरागढ़. गणेशोत्सव की तैयारियों में जुटी शहर की समितियों को कोरोना काल में गणेशोत्सव के लिए शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। एसडीएम निष्ठा पांडे तिवारी ने शुक्रवार को शहर के गणेशोत्सव समितियों की प्रमुखों की बैठक लेकर कोरोना संक्रमण के रोकथाम और गणेशोत्सव में दिए गए गाइडलाइन की जानकारी देते हुए इसका अनिवार्य रूप से पालन किए जाने की हिदायत दी।
बैठक में शहर के विभिन्न जगहों पर स्थापित किए जाने वाले गणेश पंडाल के प्रमुख मौजूद थे। गणेशोत्सव की शुरूआत आगामी 22 अगस्त से होनी है। कोरोना संक्रमण के चलते गणेश पंडालों में बनाए जाने वाली व्यवस्था और नियमों के लिए जिलास्तर पर गाइडलाइन जारी किए गए हैं, जिसके कारण कई समितियां गणेशोत्सव को लेकर पेशोपेश में है।
चार फीट तक होगी प्रतिमा, पंडाल भी हो जाएंगे छोटे

लॉकडाउन के दौरान प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन के बाद समितियों द्वारा बनाए जाने वाले पंडालों का आकार छोटा हो जाएगा। गाइडलाइन में जारी 26 बिंदुओं की जानकारी देते एसडीएम तिवारी ने बताया कि पंडालों में स्थापित की जाने वाली मूर्तियों के आकार नियमों के मुताबिक चार फीट तक ही रखे जाएंगे। समितियों द्वारा बाकी समय में बनाए जाने वाले बड़े और भव्य पंडाल का क्षेत्रफल भी इस बार 225 वर्गफीट तक सीमित होगा। पंडाल के सामने खुली जगह अनिवार्य किया गया है। दर्शकों के लिए अलग से जगह पंडाल और कुर्सी नहीं लगाई जाएगी। पंडाल में एक समय में 20 से अधिक लोगों की उपस्थिति पर प्रतिबंध होगा।
संक्रमण रोकने होंगे सभी उपाय

प्रशासन द्वारा गणेशोत्सव के लिए जारी किए गए सभी दिशा-निर्देशों का पालन करने समितियों को कहा गया है। इसमें समितियों द्वारा आने जाने वालों की जानकारी रजिस्टर करने, मूर्ति पूजा या पंडाल में जाने के दौरान मास्क का उपयोग करने, पंडाल में हैंडवास, सेनेटाइजर, आक्सिमीटर, थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था बनाए जाने कहा गया है। प्रशासन ने पंडालों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने को भी अनिवार्य किया है, लेकिन इसको लेकर समितियों में संशय की स्थिति है। पंडालों में आवाजाही प्रतिबंधित की जाएगी। लोग बाहर या सड़कों से ही गणेश प्रतिमा का दर्शन कर सकेंगे। पंडालों में भी सदस्यों को रोटेशन में पूजापाठ के लिए तैयार किया जाएगा। ताकि कम सदस्य मौजूद हो पाए।
लोग मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंस का करेंगे पालन

पंडाल में मौजूद लोग मास्क युक्त होकर सोशल डिस्टेंस का पालन करेंगे। समिति द्वारा एक रजिस्टर संधारित करने, जिसमें दर्शन के लिए आने वाले सभी व्यक्तियों का नाम, पता, मोबाइल नंबर दर्ज किया जाएगा, ताकि उनमें से कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित होने पर कान्टेक्ट ट्रेसिंग किया जा सके। मूर्ति स्थापित करने वाले व्यक्ति अथवा समिति 4 सीसीटीवी लगाएगा, ताकि उनमें से कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित होने पर कान्टेक्ट ट्रेसिंग किया जा सके। मूर्ति दर्शन अथवा पूजा में शामिल होने वाला कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के नहीं जाएगा। ऐसा पाए जाने पर संबंधित एवं समिति के विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई की जएगी। थर्मल स्क्रीनिंग बुखार पाए जाने अथवा कोरोना से संबंधित कोई भी सामान्य व विशेष लक्षण पाए जाने पर पंडाल में प्रवेश नहीं दिए जाने की जिम्मेदारी समिति की होगी।
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