इस बारात में भूत-पिशाच, घोड़े, हाथी, मोर की वेषभूषा में लोग नाचते नजर आए। वहीं बस्तर से पहुंचे आदिवासियों ने भी महाकाल की भव्य शोभायात्रा में आकर्षक नृत्य किया। शोभा यात्रा को लेकर आयोजक निखिल द्विवेदी ने कहा कि महाकाल की भक्ति में सभी को सराबोर करने के उद्देश्य से यह शोभायात्रा निकाली गई है। शहर में निकली महाकाल की भव्य शोभायात्रा शहर के विभिन्न मार्गो में घंटों भ्रमण करती रही।
शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। बाबा महाकाल की शोभायात्रा के दौरान महाकाल के जयकारे से राजनांदगांव शहर शोभा यात्रा के दौरान गुंजायमान होता रहा। भगवान भोलेनाथ की भक्ति से सराबोर इस शोभायात्रा में हर वर्ग के लोग शामिल हुए। वहीं महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर भगवान महाकाल से कोरोना खात्मे के साथ कष्टों को हरने की कामना भी इस शोभायात्रा के दौरान की गई।