समितियों में धान की आवक के साथ लिंकिंग खरीदी भी रफ्तार पकड़ चुकी है। अब तक किसानों से छह करोड़ से अधिक की धान खरीदी लिंकिग में की गई है। लिङ्क्षकग वसूली सबसे ज्यादा अमलीपारा समिति में एक करोड़ बत्तीस लाख रूपए से अधिक का धान खरीदा गया है। जबकि सलोनी समिति में 1 करोड़ 19 लाख रूपए, जालबांधा समिति में 79 लाख 88 हजार, डोकराभाठा समिति में 74 लाख 26 हजार, मडौदा उप समिति मे 81 लाख, बढईटोला समिति में 78 लाख व आमदनी समिति मे 56.83 लाख रूपए का धान लिंकिंग में खरीदा गया है।
समितियों में हो रही खरीदी में मोटा और सरना धान की अपेक्षा पतले धान की आवक ज्यादा दर्ज की जा रही है। समितियों में अब तक 41723 क्ंिवटल पतला धान, 25886 क्ंिवटल मोटा और 16437 क्विंटल सरना धान की खरीदी की गई है। किसानों को धान खरीदी के बाद भुगतान भी सीधे खाते में किया जा रहा है। समितियों में पर्याप्त बारदाने की व्यवस्था होने के कारण खरीदी में परेशानी नही हो रही है। समितियों में धान की बेहतर आवक के बाद अब परिवहन का इंतजार है।