ब्लाक के पाड़ादाह पंचायत में शामिल रही चिखलदाह के लोगों ने परिसीमन प्रक्रिया के पहले चरण में पाड़ादाह से ग्राम को हटाकर बेंद्रीडीह में जोडऩे का आवेदन किया था जिस पर पूर्व में हुई कार्यवाही में नियमानुसार प्रशासन ने चिखलदाह को बेंद्रीडीह पंचायत में जोड़ दिया था। पाड़ादाह पंचायत से अलग होने के बाद पाड़ादाह के एक स्थानीय वाटसएप ग्रुप में चिखलदाह के पंचायत से हटने को लेकर आपत्ति जनक पोस्ट किए जाने से नाराज चिखलदाह के ग्रामीणों ने संयुक्त बैठक कर दोबारा शुरू हुए परिसीमन प्रक्रिया में संयुक्त आवेदन लगाकर चिखलदाह को बेंद्रीडीह से हटाकर वापस पाड़ादाह पंचायत में फिर से जोडऩे की मांग की थी। सोमवार को हुई सुनवाई में ग्रामीणों की इस मांग को खारिज कर दिया गया। इसी तरह पहले के आए आवेदनों में कुछ पंचायतों और आश्रित ग्रामों के निवासियों ने दोबारा कार्यवाही किए जाने का आवेदन किया था लेकिन किसी भी आवेदन पर कोई कार्यवाही और बदलाव नही हो पाया।
पाड़ादाह पंचायत में रहे चिखलदाह को अब बेंद्रीडीह पंचायत में शामिल किया गया है। बेंद्रीडीह पंचायत के ग्रामीणों ने इसका विरोध दर्ज कराते चिखलदाह को पाड़ादाह पंचायत में ही रखे जाने की मांग की थी तो पाड़ादाह से अलग होने के बाद पाड़ादाह की ओर से भी चिखलदाह को पाड़ादाह पंचायत से अलग किए जाने के बाद दोबारा नही जोडऩे और बेन्द्रीडीह पंचायत में ही शामिल रखने का हवाला दिया था। चिखलदाह के ग्रामीणों ने दूसरे परिसीमन की कार्यवाही में पाड़ादाह से हटाकर बेन्द्रीडीह में जोडऩे की प्रक्रिया को निरस्त कर वापस पाडादाह में ही जोड़े जाने की मांग दोहराई थी। पटवारी हल्का एक होने, पंचायत मुख्यालय होकर गुजरने जैसे नियमों के चलते आखिरकार चिखलदाह को बेन्द्रीडीह पंचायत में ही जोडऩे निर्देश दिए गए। इसके अलावा जुनवानी पंचायत में पहले हुए बदलाव को वापस ग्रामीणों ने पुराने सिरे की तरह रखने के आवेदनों को निरस्त करते यथावत रखने के निर्देश दिए गए है।