मनीष ने बताया कि उसका परिवार पिता के स्वास्थ्य खराब होने के कारण तकलीफ में था पिता को कैंसर है, इसलिए जमीन की बिक्री कर पिता के इलाज में राशि खर्च कर दी। उसे नहीं मालूम था कि संतोष देवांगन उस भूमि पर पोल्ट्री फार्म या उसके प्रोडक्ट खोलने की योजना बना रहा है।
अब उसमें मनीष का क्या दोष किंतु ग्रामीणों ने कड़ी कार्रवाई करते हुए मनीष के परिवार को गांव से बहिष्कृत कर दिया। यह जानकारी लगते ही मनीष का परिवार सकते मे आ गया उसने स्थानीय प्रशासन सहित पुलिस प्रशासन में इस आशय की सूचना देते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। जबकि गांव वाले यह मानने से इंकार कर रहे हैं की मनीष ने अनजाने में जमीन की बिक्री की हैं।
अनुविभागीय अधिकारी पुलिस, मणिशंकर चंद्रा ने कहा कि इस आशय का आवेदन मनीष देवांगन ने थाना बोरतलाव प्रभारी आनंद प्रधान को दिया है। एक-दो दिन में तहसीलदार व थाना प्रभारी को गांव भेजकर बैठक कर मामले को सुलझाया जाएगा।
ग्रामीणों ने बताया की ठाकुरटोला निवासी मनीष देवांगन की भूमि पर जो खूबाटोला में स्थित है तथा ठाकुरटोला के सरहद से लगी हुई है संतोष देवांगन के पास बिक्री की गई। भूमि को क्रय करने के पश्चात उक्त भूमि पर पोल्ट्री फार्म खोलने जेसीबी लगाया गया ग्रामीणों को इस बात की जैसे ही जानकारी हुई कि संतोष देवांगन उक्त भूमि पर पोल्ट्री फार्म खोलने की तैयारी कर रहा है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश था।