हालांकि मुख्यमंत्री भी अपनी पिछली जीत के अंतर से काफी दूर रहे। मतगणना के दौरान दिन भर शहर में गहमागहमी का माहौल रहा और आखिरकार कांग्रेस के खेमे में खुशी आई तो भाजपा में मायूसी फैल गई। खुज्जी, मानपुर -मोहला, डोंगरगांव और डोंगरगढ़ में कांग्रेस ने कब्जा जमाया। लोगों के बीच परिवर्तन का लहर भी कारगर साबित हुआ। कांग्रेस भले ही पूरे 15 सालों में ज्वलंत मुद्दों को नहीं भुना पाई लेकिन चुनाव में उसे जनता ने भरपूर समर्थन दिया।
वहीं राजनांदगांव विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी डॉ. रमन सिंह भी शुरुआती दौर में मामूली बढ़त बनाते हुए आगे बढ़े। वहीं खैरागढ़ में जोगी कांग्रेस प्रत्याशी 7 राऊंड तक आगे रहे। इसके बाद के गिनती में वह भाजपा के कोमल जंघेल से पिछड़ते चले गए। बाद में फिर देवव्रत ने बढ़त बना ली। यह सीट कश्मकश भरी रही।
कांग्रेस प्रत्याशी करूणा शुक्ला सुबह सात बजे से लगातार कांग्रेस भवन में डटी रही। वे कांग्रेस नेताओं के साथ वहां बैठकर मतगणना का हर क्षण का हाल लेती रहीं।
भाजपा को कड़ी टक्कर देते हुए कांग्रेस को तीसरे नंबर पर ढकेलने वाले जोगी कांग्रेस के प्रत्याशी देवव्रत सिंह सुबह से अंत तक मतगणना स्थल में मौजूद रहे और हर टेबल में घूम-घूमकर हाल लेते रहे।
खुज्जी विधानसभा के २१ नंबर बूथ की इवीएम में गड़बड़ी की शिकायत सामने आई। इस बूथ की गिनती वीवीपैट से की गई। सबसे अंतिम में चरण में इस बूथ की गिनती वीवीपैट से हुई।
भाजपा ने डोंगरगांव विधानसभा से पूर्व सांसद व महापौर मधुसूदन यादव को प्रत्याशी बनाया था। कांग्रेस ने यहां से सीटिंग विधायक दलेश्वर साहू को चुनाव मैदान में उतारा था। दलेश्वर साहू ने मधुसूदन यादव को बड़ी अंतर से शिकस्त दी है। हालत यह रही कि जीतने योग्य समझे जाने वाले यादव बदलाव के बयार में इस कदर फंसे कि वे हर राउंड में दलेश्वर से पीछे रहे।
मतगणना का रुझान जाने आम लोग दिनभर टीवी के सामने डटे रहे। शहर में कुछ जगह चौक-चौराहों पर टीवी की व्यवस्था की गई थी। वहीं दुकानों में भी व्यापारी व लोग चुनाव रुझाने को देखने टीवी के सामने डटे रहे। कांग्रेस भवन में भी टीवी की व्यवस्था की गई थी। कार्यकर्ता दिनभर टीवी में रुझान देखर कर सरकार बनने की स्थिति पर खुशी जाहिर करते रहे।
रुझान में कांग्रेस शुरु से ही भाजपा पर बढ़त बनाई हुई थी। लगातार सीट बढऩे के रुझान आने के बाद समर्थकों ने गली मोहल्लों में पटाखे फोड़ कर जश्न मनाते रहे। दोपहर बाद कांग्रेस के कार्यकर्ता सरकार बनने को लेकर आश्वस्त हो गए और जमकर जश्न मनाते रहे।
मतगणना स्थल के पास गौरी नगर का रेलवे फाटक के सामने ही था। स्थल पर लोगों की भारी भीड़ लगी रही। इस दौरान टे्रनों की आवाजाही लगी रही। सुरक्षा को लेकर गेट के दोनों ओर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल के जवानों की तैनाती की गई थी। मिली जानकारी के अनुसार रेलवे द्वरा भी राजनांदगांव स्टेशन से मतगणना स्थल गौरी नगर फाटक तक ट्रेनों की रफ्तार की गई थी।