जनता कांग्रेस के पदाधिकारी व सदस्यों ने निगम परिसर में महापौर, आयुक्त व भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि जल्द ही शहर की सफाई व्यवस्था नहीं सुधारी गई, तो इससे भी बड़ा उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस बीच पुलिस के जवान भी मौजूद रहे, लेकिन जोगी कांग्रेस के प्रदर्शनकारियों को नहीं रोक पाए। गेट और दीवार पर फेंके गए गोबर को उठाने के बाद टैंकर मंगवाकर फर्श और दीवार को धुलवाया गया।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के शहर अध्यक्ष मेहुल मारू ने कहा शहर के पूरे ५१ वार्ड में सफाई व्यवस्था बदहाल है। ठेका वार्डों की सफाई को झांकने के लिए निगम प्रशासन के पास समय नहीं है। कागजी रिपोर्ट में ही उन्हें भुगतान किया जा रहा है। डेंगू के रोकथाम में भी नगर निगम प्रशासन फेल साबित हो रहा है। यही कारण है कि लोग लगातार डेंगू के चपेट में आ रहे हैं। गोकुल नगर बसाने के बाद भी शहरी क्षेत्र में मवेशी खटालों को संचालन होने से भी मच्छर और गंदगी फैल रही है। आवारा मवेशियों से रोजाना दुर्घटना हो रही है। इसके विरोध में ही छग जोगी कांगेस (जे) के पार्षद व कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जंकाछ शहर जिला अध्यक्ष मेहुल मारू, पार्षद दल नेता अवधेश प्रजापति, पार्षदगण दीपक यादव, विनय झा, रूपेश साहू, राकेश रावड़े, युवा जंकाछ अध्यक्ष कुबेर वैष्णव, राजेश चौहान, अभय झा, दीपक सोनी, उदय नेताम, दिनेश विश्वकर्मा, खिलेश बंजारे, महिला जिला अध्यक्ष मधु मिश्रा, शहर अध्यक्ष सुनीता सिन्हा, शमशुल आलम, सरिता साहू, निमिता साहू, दीपक राजपूत, तौशिफ गौरी, दुर्गेश पटवा, अरविंद साहू आदि मौजूद रहे।
नहीं रोक पाई पुलिस प्रदर्शन को लेकर पुलिस के जवान भी तैनात कर दिए गए थे। पदाधिकारी व कार्यकर्ता सिर पर गोबर लेकर करीब १२.३० बजे इमाम चौक से निगम की ओर तेजी से बढ़े। उनके साथ पुलिस जवान भी मौजूद रहे। पुलिस प्रशासन ने निगम का मुख्य गेट बंद कर रखा था, लेकिन कार्यकर्तााओं ने गेट को खोलते हुए आगे बढ़ गए और आयुक्त कार्यालय के सामने पहुंच कर निगम प्रशासन, महापौर और भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। कार्यकर्ता आयुक्त या महापौर को बुलाने की मांग करत हुए वहीं बैठ गए। आयुक्त और महापौर के नहीं पहुंचने से नाराज कार्यकर्ताओं ने गोबर को गेट पर फेंक दिया।
२६ वार्ड ठेके पर, २५ की जिम्मेदारी निगम की शहर में ५१ वार्ड हैं। इसमें २६ वार्डों की सफाई व्यवस्था ठेके पर है। छह महिला समूह ने इसका ठेका ले रखा है। हर महीने इन समूहों को ३० लाख रुपए दिया जा रहा है। इसके बाद भी ठेका वार्डों में सफाई व्यवस्था बदहाल है। २५ वार्डों में सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी निगम प्रशासन के पास है। इसके लिए भी हर महीने लाखों रुपए बहाया जा रहा है। तकनीकी खामियों के कारण नालियों से पानी निकासी के बजाए जाम है।
सफाई पर ध्यान दे रहे हैं मधुसूदन यादव, महापौर ने कहा कि वो जो कर सकते हैं, वहीं करेंगे। यही उनकी सोच और मानसिकता है। हमारी सरकार साफ छवि की है। इसलिए सफाई पर ध्यान दे रही है।