निगम के बाजार विभाग के चेयरमेन सुनीता फडऩवीस ने मामले की शिकायत निगम आयुक्त चन्द्रकांत कौशिक से की है और आबंटित दुकानों की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। फडऩवीस ने अपने शिकायत में कहा कि स्वावलंबन योजना के कई दुकानों को कई अपात्रों और नेताओं को आबंटिंत किया गया है। जबकि पात्र गरीब बेरोजगारों को दुकान नहीं मिली है। उन्होने जल्द से जल्द आबंचिंत दुकानों की जांच कर अपात्रों को दुकान से वंचिंत कर पात्रों को दुकान देने की बात कही है।
लगभग 500 दुकाने बनी है शहर में निगम के राजस्व विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शहर के लगभग सभी वार्ड व अन्य जगहों में मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत 500 दुकाने बनी है। मिली जानकारी के अनुसार लगभग 150 दुकान अपात्रों को आबंटित किया गया है। मामले की गंभीरता से जांच हुई तो कई दुकानों का आबंटन रद्द होगा। वहीं इन दुकानों से पात्र गरीब बेरोजगारों को व्यवसाय मिलेगी। बताया जा रहा है कि कई लोग दुकान को किराया में देकर कमाई कर रहे हैं। वहीं बाजार विभाग के चेयरमेन सुनीता फडऩवीस ने दुकानों में पेयजल व अन्य सुविधा देने की भी मांग की है। ज्ञापन सौंपने फडऩवीस के साथ चेयरमैन भागचन्द साहू और बैना बाई तुराहते सहित अन्य लोग पहुंचे थे।
आगे की कार्रवाई की जाएगी नगर निगम आयुक्त चन्द्रकांत कौशिक ने कहा कि चेयरमेन फडऩवीस व अन्य जनप्रनिधि स्वावलंबन योजना के तहत बने दुकान आबंटन की जांच करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपने पहुंचे थे। इस मामले में टीम बना कर निष्पक्ष जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।