ग्राम पंचायत बघेरा के सरपंच पूनम यदु ने बताया कि जलस्तर घटने के कारण यह स्थिति बनी है। बोरवेल में और पाईप डाला गया है। पिछले वर्ष बघेरा से तुमड़ीलेवा सड़क निर्माण के समय सड़क की ऊँचाई बढ़ गया जिससे सड़क के दोनों ओर लगी विद्युत पोल की तार इस मार्ग से गुजरने वाली भारी वाहनों से टकराकर टूट जाती है जिसजे कारण ओवर हेड टैंक में पानी पर्याप्त नही भर पाता और यही कारण है कि ग्रामीणों को नलों से जरूरत के हिसाब से पानी नहीं मिल रहा है। पंचायत के द्वारा प्रधानमंत्री सड़क योजना के अधिकारियों को लिखित एवं मौखिक रूप से अवगत कराया जा चुका है। किंतु समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। जलस्तर गहराने से नलजल योजना से पर्याप्त पानी नहीं मिल मिल पा रही है जिसके कारण हैंडपंप ही सहारा है। हैंडपंपों में लगी बर्तनों की संख्या बता रही है कि गांव में पेयजल की कितनी किल्लत है।
ग्राम तुमड़ीलेवा में पीने के पानी ग्रामीणों को सुगमता से नहीं मिल पा रही है। लगभग सभी हैंडपंपों का जलस्तर गहरा चुका है। ग्रामीणों के मुताबिक यदि एक-एक पाईप और जोड़ दिया जाए तो आसान हो सकता है। यहां नल जल योजना के तहत लगी सभी नलकूपों से पानी नही मिलता। वहीं ग्राम खैरझिटी में भी पीने की पानी के लिए सुबह से ही जद्दोजहद करनी पड़ती है। जनप्रतिनिधियों का इस ओर ध्यान नहीं देना समझ से परे लगता है। वहीं ग्राम बरबसपुर में पेयजल की बर्बादी देखी जा सकती है। यहां नलजल योजना के तहत गांव में नलकूप लगी है लेकिन अधिकांश में टोंटी विहीन है, जिसमें कई लीटर पानी व्यर्थ बह जाता है।