शहर के नए बस स्टैंड के मोड़ में बना फव्वारा जो कभी नगर के रहवासी सहित आए मेहमानों को यहां घुमाने और दिनभर की थकान दूर करने का एक उत्तम स्थान हुआ करता था, किंतु नगर पंचायत प्रशासन की उदासीनता के चलते अब यह वीरान पड़ा है। गर्मी आने से कुछ महीने पूर्व यह स्थान मूत्रालय में तब्दील हो चुका था।
नगर के स्टेट बैंक जाने वाले तिराहे में बना फव्वारा कभी नगर का आकर्षण केंद्र हुआ करता था। अन्य सामान्य दिनों के साथ-साथ भगवान गणेश, मां दुर्गा और सरस्वती स्थापना के समय यह स्थान काफी मनभावन हुआ करता था। अतिथि तारीफ करते थकते नहीं थे, किन्तु नगर पंचायत की इस ओर दिलचस्पी नहीं होने के चलते आज यह फव्वारा अवशेष में बदल चुका है।
शहर के नगर पंचायत परिसर में मॉडर्न स्टाइल और फैंसी व रंग-बिरंगी लाइट की चकाचौंध के साथ लाखों रुपए के खर्च के बाद बना छोटा-सा गाडन जो मनमोहक लाइट और फव्वारे से सुसज्जित था। अब यह स्थान कचरा गाड़ी पार्किंग में तब्दील हो गया है। चलो मान लिया जाए कि शहर के अन्य फव्वारों को देखने का समय नगर पंचायत के अधिकारियों के पास नहीं था किंतु यह छोटा सा गार्डन जो खुद निकाय के अधिकारियों और पदाधिकारियों की देख-रेख में बना था, नगर पंचायत उसे भी सुरक्षित बचा पाने नाकाम साबित हो रही है।