डोंगरगढ़ क्षेत्र के ग्राम चिचोला, ताकम, परसाही, खैरागढ़ व कोपेनवागांव के किसान भी बीमा राशि की मांग को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपे हैं। इन किसानों के साथ डोंगरगढ़ विधायक भुनेश्वर बघेल भी पहुंचे थे, उन्होंने कलेक्टर से मामले को लेकर चर्चा कर अनावरी में सुधार करते हुए छूटे हुए किसानों को भी बीमा का लाभ दिलाने की मांग रखी है।
डोंगरगांव क्षेत्र के झींका, सुखरी व गिरगांव के किसानों ने बताया कि उन्होंने इससे पहले कृषि विस्तार अधिकारी, तहसीलदार व एसडीएम को ज्ञापन सौंप चुके हैं। उन्होंने बताया कि डोंगरगांव को सूखा एरिया घोषित किया गया था। इसके बाद भी ब्लाक के कुछ गांवों के किसानों को इसका बिल्कुल भी लाभ नहीं मिल रहा। किसानों ने आरोप लगाया कि अनावरी रिपोर्ट देने में गड़बड़ी की गई होगी।
खरीफ सीजन 2018-19 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत जिले के करीब 2 लाख 14 हजार किसानों ने बीमा कराया था। सर्वे अनुसार 1 लाख 21 हजार किसानों के लिए 220 करोड़ रुपए बीमा राशि सहकारी बैंक में पहुंची, जिसे किसानों के खाते में डाला जा चुका है। फसल बीमा यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के माध्यम से किया गया था।
इससे पहले डोंगरगांव ब्लाक के ग्राम पंचायत बुद्धूभरदा व आश्रित ग्राम कविराज टोलागांव के किसानों ने भी प्रधानमंत्री फसल बीमा के लाभ से वंचित होने की शिकायत की थी। किसानों का नाम सोसाइटी में चस्पा किए सूची में नहीं होना बताया गया था। एडीएम एसएन मोटवानी ने बताया कि अनावरी रिपोर्ट देखना पड़ेगा। नुकसान के हिसाब से रिपोर्ट बनता है। इस हिसाब से क्लेम मिलता है। फिर किसान यदि शिकायत किए हैं, तो कृषि विभाग से रिपोर्ट मंगवाकर देखा जाएगा।