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वर्कशाप में प्रशिक्षु दल ने वन्य प्राणियों व वन्य औषधि के संबंध में एक दूसरे का अनुभव बांटे। डीएफओ शहीद खान ने बताया कि प्रशिक्षु आईएफएस के अधिकारी यहां पर वन परिक्षेत्र का भ्रमण करने पहुंचे थे।
वर्कशाप में प्रशिक्षु दल ने वन्य प्राणियों व वन्य औषधि के संबंध में एक दूसरे का अनुभव बांटे। डीएफओ शहीद खान ने बताया कि प्रशिक्षु आईएफएस के अधिकारी यहां पर वन परिक्षेत्र का भ्रमण करने पहुंचे थे।
पर्यटकों के लिए बनाए स्थल का लिया जायजा
डीएफओ ने बताया कि 2016 बैच के आईएफएस दल के 45 सदस्यीय दल सुबह वन चेतना केन्द्र पहुंच कर यहां की सुरक्षा व्यवस्था, वन्य प्राणियों के रखरखाव सहित पर्यटकों के लिए बनाए गए स्थल का जायजा लिया। इस दौरान टीम द्वारा एक वर्कशाप का भी आयोजन किया गया था। जिसमें दल के वक्ताओं ने वनय प्राणियों व वन्य औषधि की जानकारी एक दूसरे से शेयर किए।
डीएफओ ने बताया कि 2016 बैच के आईएफएस दल के 45 सदस्यीय दल सुबह वन चेतना केन्द्र पहुंच कर यहां की सुरक्षा व्यवस्था, वन्य प्राणियों के रखरखाव सहित पर्यटकों के लिए बनाए गए स्थल का जायजा लिया। इस दौरान टीम द्वारा एक वर्कशाप का भी आयोजन किया गया था। जिसमें दल के वक्ताओं ने वनय प्राणियों व वन्य औषधि की जानकारी एक दूसरे से शेयर किए।
वन क्षेत्र डेवलप करने की ली जानकारी
वर्कशाप के दौरान प्रशिक्षु आईएफएस की टीम द्वारा वन चेतना केन्द्र को डेवलप करने के संबंध में जानकारी ली और यहां पर रखे गए वन्य प्राणियों के सुरक्षा के संबंध में अधिकारियों से वार्तालाप की।
वर्कशाप के दौरान प्रशिक्षु आईएफएस की टीम द्वारा वन चेतना केन्द्र को डेवलप करने के संबंध में जानकारी ली और यहां पर रखे गए वन्य प्राणियों के सुरक्षा के संबंध में अधिकारियों से वार्तालाप की।
जाएंगे रायपुर जंगल सफारी
इस दौरान यहां पर और पर्यटन को बढ़ाने व मनोरंजन के लिए और क्या किया जा सकता है इस संबंध में भी वर्कशाप में वार्तालाप किए। बताया जा रहा है कि टीम द्वारा रायपुर स्थित जंगल सफारी का भी निरीक्षण किया गया।
इस दौरान यहां पर और पर्यटन को बढ़ाने व मनोरंजन के लिए और क्या किया जा सकता है इस संबंध में भी वर्कशाप में वार्तालाप किए। बताया जा रहा है कि टीम द्वारा रायपुर स्थित जंगल सफारी का भी निरीक्षण किया गया।
9 को राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित होंगे राजनांदगांव के नंदई चौक निवासी परमानंद कठोलिया जो कि छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध लोककला साहित्यकार है उन्हें छत्तीसगढ़ के परम्परा पर लोक गीत रचना के लिए उन्हें 9 दिसंबर को दिल्ली में डॉ. बीआर आंबेडकर अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।