सोमवार 9 सितंबर की रात लगभग 10 बजे से लेकर साढ़े 10 बजे तक (Rajnandgaon municipal corporation) आयुक्त चंद्रकांत कौशिक ने स्वास्थ्य शिविर की तस्वीरें विभिन्न व्हाट्स-अप गु्रप में वायरल किया। इन तस्वीरों में कुछ तस्वीरें ऐसी थी जिसमें गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी हो रही थी तो कुछ तस्वीरें इस तरह की थीं कि महिलाएं अंत:वस्त्र में जांच करा रही थीं। इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद रात से ही बवाल मचना शुरू हो गया।
महिलाओं की इस तरह की तस्वीरों के साथ ही युवतियों की जांच कराते और बच्चों व पुरुषों की तस्वीरें लगातार डालने के बाद कुछ लोगों ने इसे आपत्तिजनक बताते हुए आयुक्त कौशिक से ऐसी तस्वीरें न डालने के लिए भी कहा लेकिन इसके बाद भी वे लगातार ऐसी तस्वीरें अलग-अलग गु्रप में शेयर करते रहे।
किसी भी प्रकार की मेडिकल जांच के दौरान इस तरह की तस्वीरों के खीचे जाने और उसे वायरल करने को मेडिकल साइंस के नजरिए से अनुचित माना गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) सीताराम बंजारे ने कहा कि अव्वल तो महिलाओं की जांच के दौरान तस्वीरें नहीं खींची जानी चाहिए और इसे वायरल भी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने नगर निगम आयुक्त की इस हरकत को निजता का हनन बताया है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने नगर निगम कमिश्नर चंद्रकांत कौशिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर एसपी के नाम ज्ञापन सौंपा है। भाजयुमो उत्तरमंडल के अध्यक्ष सुमीत सिंह भाटिया के नेतृत्व में एएसपी यूबीएस चौहान को सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि आयुक्त कौशिक ने सोशल मीडिया में हेल्थ कैंप की कुछ तस्वीरें वायरल की जिसमें महिलाओं को आपत्तिजनक स्थिति में माना जा सकता है। ज्ञापन में कहा गया है कि यह कानून सम्मत नहीं है और अपराध की श्रेणी में आता है।