ऐसा इसलिए होगा क्योंकि संसदीय क्षेत्र में आने वाले कवर्धा जिले के दोनों विधानसभा क्षेत्रों में 29 और 30 राउंड तक की गिनती होगी। कवर्धा के परिणाम मिलने के बाद ही यहां परिणाम की घोषणा की जाएगी। राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र में दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान हो गया है। अब देशभर में बाकी चरणों के चुनाव का इंतजार है। इसके बाद एक साथ 23 मई को मतगणना होगी।
संसदीय क्षेत्र के डाक मतपत्रों और सर्विस वोटरों की गणना राजनांदगांव में होगी।
संसदीय क्षेत्र की हर विधानसभा क्षेत्र के लिए 14-14 टेबल लगाकर इवीएम की गिनती कराई जाएगी। सबसे कम 16 राउंड राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र में होंगे जबकि सबसे ज्यादा 30 राउंड कवर्धा विधानसभ क्षेत्र में होंगे। पंडरिया में 29 राउंड में गिनती होगी। खैरागढ़ में 21, डोंगरगढ़ में 20, डोंगरगांव में 18, खुज्जी में 19 और मोहला मानपुर में 17 राउंड में गिनती होगी।
सुबह 8 बजे डाक मत्र पत्र और फिर इवीएम की गिनती शुरू होगी। हर राउंड में पौन से एक घंटे का समय अनुमानत: लगेगा। ऐसे में कवर्धा और पंडरिया की गिनती में 20 घंटे का समय लग सकता है। निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र में कुल 3 हजार 857 डाक मतपत्र जारी किए गए हैं। इसके अलावा 967 सर्विस वोटर यहां हैं।
लोकसभा चुनाव की मतगणना में हर विधानसभा क्षेत्र के पांच-पांच मतदान केन्द्रों के वीवीपैट की पर्चियों की गणना की जाएगी। विधानसभा चुनाव के दौरान एक एक केन्द्र के वीवीपैट की गणना हुई थी। इस पर राजनीतिक दलों के न्यायालय जाने के बाद पांच पांच केन्द्रों के वीवीपैट की गणना का आदेश आया है। वीवीपैट की पर्चियों की गणना इवीएम की गणना पूरी हो जाने के बाद आखिर में किया जाएगा।
निर्वाचन अधिकारी राउंडवार नतीजों की घोषणा करेगा लेकिन यह भी तब होगा जब कवर्धा जिले के नतीजे यहां आ जाएं। ऐसे में राजनांदगांव जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों के नतीजे तैयार हो जाने के बाद भी पूरे संसदीय क्षेत्र के राउंडवार नतीजे नहीं घोषित किए जा सकेंगे।