बताया जा रहा है कि प्रदेश में सुगम यातायात के लिए 767 किलोमीटर सड़क निर्माण करना था जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न स्थानों सहित डोंगरगढ़ चिचोला सड़क निर्माण करना भी शामिल था लेकिन यह सड़क ठेकेदार की मनमानी के चलते पानी में बहती नजर आ रही है। छत्तीसगढ़ के मुखिया डॉ रमन सिंह ने कुछ महीने पहले हुए सड़क निर्माण कार्य की समीक्षा बैठक में सड़क की गुणवत्ता को विशेष ध्यान देने की बात कह निर्माण निर्धारित समय के भीतर करने को कहा था पर उनके प्रशासनिक नुमाइंदे मुखिया की बातों को कितना पूरा कर रहे हैं यह डोंगरगढ़ चिचोला सड़क मार्ग निर्माण से ही पता लग रहा है।
विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत ढारा से ठेलकाडीह होकर घुमका व दुर्ग तक एडीबी के अंतर्गत निर्माणाधीन सड़क का बुरा हाल है। निर्माण में देरी के साथ साथ अनियमितता की शिकायतों के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ग्राम ढारा से मोहारा के बीच 2 बड़े पुल का निर्माण किया गया है जिसमें पुल व सड़क के बीच सड़क धंसने से 1 फीट का हो गया है। मोटरसाइकिल चौपहिया वाहन तथा बसे जान जोखिम में डालकर पुल को पार कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि बारिश होते ही सड़क धंसने लगती है जिससे दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। ग्रामीणों सहित क्षेत्रीय लोगों ने बड़ी संख्या में विभाग को शिकायतें भी की किंतु कोई कार्यवाही नहीं होने से ठेकेदार के हौसले बुलंद हंै। कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में अब स्थानीय नागरिकों ने चक्काजाम की चेतावनी दी है।