ज्ञात हो कि इस समय हम कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहे हैं। इस संक्रमण को रोकने की बड़ी चुनोती बनी हुई है। शहर में एक पॉजीटिव मरीज भी सामने आया है। ७ मरीजों को शासकीय देखरेख में कोरेंटाइन किया गया है। वहीं तीन को होटल में आइसोलेट कर रखा गया है। इसके अलावा विदेश से लौटे व अन्य सौ से अधिक लोग होम आइसोलेशन में हैं। 10 हजार से अधिक लोगों का स्वास्थ्य सर्वे किया गया है। इस संक्रमण को रोकने के लिए पूरा देश सतर्कता बरत रहा। ऐसे में लोग सामान्य सर्दी-जुकाम या छींक आने पर भी घबरा जा रहे हैं, इस परिस्थिति में शहर के सभी डाक्टर अपना निजी अस्पताल या ओपीडी बंद कर दिए हैं। इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई थी। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऐसे लोगों संख्या बढऩे से डाक्टरों पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा था।
‘पत्रिका’ ने उठाया था मुद्दा इस पूरे मामले की पत्रिका ने पड़ताल करते हुए ४ अप्रैल के अंक में प्रमुखता से खबर प्रकाशित की है। इसके बाद भी जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग मामले की संवेदनशीलता को समझते हुए निजी डाक्टरों की बैठक लेकर लोगों की सामान्य बीमारियों के इलाज करने का निर्देश जारी किया है।
ऑन कॉल भी सुनेंगे समस्या, करेंगे कंसल्ट स्वास्थ्य विभाग शहर के विशेषज्ञ डाक्टरों का मोबाइल नंबर भी सार्वजनिक किया है। ये डाक्टरों लोगों का ऑन कॉल समस्या सुनकर समाधान करेंगे। इसके अलावा डॉक्टरों को वीडियो कॉल भी किया जा सकता है।
शहर के विशेषज्ञ डाक्टर व उनके मोबाइल नंबर प्रसुति विशेषज्ञ डॉ. पद्मा पारख-9425295041, डॉ. इंदिरा चेलानी-9425545238, डॉ. मधु भदौरिया-9827168794, डॉ. लक्ष्मी बग्गा-7898094190, डॉ. सुजाता वॉसनिक -9589121812, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिमेश गांधी – 6261657835 एवं डॉ. नरेश कटियारा- 9098920200 है। इसी तरह सामान्य मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. एएस दीक्षित – 9993539900, डॉ. पी सदानी – 8839391516, डॉ. दिवाकर रंगारी – 9827152249, शल्य चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. संजय बख्शी – 9826113123, डॉ. दिनेश अग्रवाल – 9826171818, डॉ. विक्रम बग्गा – 9340449535, डॉ. सतीश वॉसनिक – 9993371298, डॉ. आदित्य पारख – 9770724242, नेत्र विशेषज्ञ डॉ. विजय उइके – 9425245740 एवं डॉ. संदीप कोठारी – 9827119970 तथा नाक-कान विशेषज्ञ डॉ. मिथलेश शर्मा का मोबाइल नंबर 9754554475 है।
डॉक्टरों पर कार्रवाई की जाएगी सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि शहर के सभी २१ हॉस्पिटल में ओपीडी होगी। गंभीर मरीज भर्ती भी लिए जाएंगे। इसके अलावा डाक्टरों को फोन पर भी समस्या से अवगत करा सकते हैं। इसमें लापरवाही बरतने वाले डाक्टरों पर कार्रवाई की जाएगी।