आरोप सिद्ध होने के बाद से आरोपी सरपंच साधना सेवता पति मुकेश सेवता 28 साल व सचिव मकसूदन साहू पिता दशरथ साहू 52 साल फरार चल रहे थे। ये लगातार तीन साल तक पुलिस को चकमा देकर फरार थे। मिली जानकारी अनुसार ग्राम सांगली में डब्ल्यू बीएम रोड निर्माण की स्वीकृति मिली थी। इस कार्य को वर्ष 2016-17 में मनरेगा के तहत तत्कालीन सरपंच साधना सेवता व सचिव मकसूदन साहू जोशीलमती द्वारा कराया जा रहा था।
कार्य में टै्रक्टर मालिक शोभारा सिन्हा, कमलेश कौशिक, गिरवर राम, मुकेश सिन्हा, घनश्याम साहू द्वारा मिट्टी-मुरम डाला गया था। सरपंच सचिव द्वारा कुटरचित करते हुए फर्जी बिल लगाकर डेढ़ लाख रुपए गबन किया गया था। मामले में जनपद पंचायत अंबागढ़ चौकी की कार्यपालन अभियंता चंद्रकला कुशवाहा ने जांच उपरांत अंबागढ़ चौकी थाने में दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था।