बिना सिर और हाथ पैर के मिली लाश की शिनाख्ती कठिन थी लेकिन लाश के कटे पैर के पास और कंधे के पास रॉड लगे होने से उसकी शिनाख्ती आसान हो गई। शरीर में एक्सीडेंट के बाद इन जगहों पर रॉड लगे होने के चलते पिछले तीन दिनों से लापता चल रही आरक्षक आरती के परिजनों ने उसकी शिनाख्त कर ली। इसके बाद डोंगरगांव पुलिस ने विवेचना तेज की और आरोपी पकड़ में आ गया।
जरूरी होगी जांच
शव की शिनाख्ती मृतका के परिजनों ने कर ली है और इस आधार पर विवेचना के बाद आरोपी भी पकड़ में आ गया है लेकिन पुलिस ने डीएनए की भी तैयारी कर ली है। एएसपी तारकेश्वर पटेल ने बताया कि मृतका के शव के अंतिम संस्कार के पहले पुलिस ने डीएनए जांच के लिए अवशेष सुरक्षित कर लिए हैं और अब उसके परिजनों के डीएनए से मिलान का काम किया जाएगा। यह रिपोर्ट कोर्ट में पुलिस के लिए महत्वपूर्ण होगी।
आरोपी एसआई के पुलिस को दिए गए बयान के मुताबिक उसने हत्या के बाद शव के टुकड़े कर हाथ, पैर और सिर को चौकी में एनीकट के पास फेंका था और बाकी धड़ को डोंगरगांव में बगदई नदी में फेंका था। बगदई नदी में फेंके गए धड़ के आधार पर पुलिस आरोपी तक पहुंच भी गई लेकिन सिर और हाथ, पैर का अब तक पता नहीं चला है। इस वारदात के बाद क्षेत्र में अच्छी बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर थे, ऐसे में शरीर के ये अंग कहां तक बहकर चले गए होंगे इसे लेकर अब कुछ कहना मुश्किल है। बहरहाल, ये अंग अब तक बरामद नहीं किए जा सके हैं।