बीते साल भी रही यही स्थिति
ज्ञात हो कि बीते वर्ष भी लगभग यही स्थिति थी। क्षेत्र के दर्जनों किसानों को पिछले वर्ष चना के फसल को हुए नुकसान का आज तक मुआवजा नहीं मिल पाया है। विभागीय अनदेखी से किसानों में शासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है।
ज्ञात हो कि बीते वर्ष भी लगभग यही स्थिति थी। क्षेत्र के दर्जनों किसानों को पिछले वर्ष चना के फसल को हुए नुकसान का आज तक मुआवजा नहीं मिल पाया है। विभागीय अनदेखी से किसानों में शासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है।
खेतों में पानी भरने से फसल सडऩे का खतरा
क्षेत्र में हुई तेज बारिश से धान की खड़ी फसल खेतों में गिर गया है। अधिक ऊंचाई वाले धान की बालियां खेतों में भरे पानी के संपर्क में आने से सडऩे की कगार पर है। कुछ किसान की फसल कटाई के बाद खेतों में ही पड़ा है। जबकि बौने किस्म की धान को कोई नुकसान नहीं होगा। हरुना प्रजाति के फसल को छोड़कर क्षेत्र में वैसे भी धान की फसल को पानी की आवश्यकता थी, उन किसानों के लिए फायदा रहा। इस वर्ष किसान धान की फसल में तना छेदक की बीमारी से परेशान है। फसल में बालियां तो है लेकिन उसमें दाना के जगह बदरा है। उसी प्रकार करगा की अधिकता ने किसानों की कमर ही तोड़ दी है।
क्षेत्र में हुई तेज बारिश से धान की खड़ी फसल खेतों में गिर गया है। अधिक ऊंचाई वाले धान की बालियां खेतों में भरे पानी के संपर्क में आने से सडऩे की कगार पर है। कुछ किसान की फसल कटाई के बाद खेतों में ही पड़ा है। जबकि बौने किस्म की धान को कोई नुकसान नहीं होगा। हरुना प्रजाति के फसल को छोड़कर क्षेत्र में वैसे भी धान की फसल को पानी की आवश्यकता थी, उन किसानों के लिए फायदा रहा। इस वर्ष किसान धान की फसल में तना छेदक की बीमारी से परेशान है। फसल में बालियां तो है लेकिन उसमें दाना के जगह बदरा है। उसी प्रकार करगा की अधिकता ने किसानों की कमर ही तोड़ दी है।