आयोग अध्यक्ष साय यहां शुक्रवार रात को सर्किट हाउस पहुंचे। रात्रि विश्राम के बाद सुबह पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। साय ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के जाति के मसले पर कहा कि मामला विचाराधीन है। साय ने कुनकुरी जमीन घोटाले के संबंध में जानकारी दी कि आयोग की ओर से सभी जरूरी दस्तावेज मंगा लिए गए हैं और कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है। बताया कि अभी इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं हुई है।
आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग और सीनियर नेता होने के नाते उनकी दावेदारी से जुड़े सवाल को उन्होंने मर्यादा का हवाला देकर टाल दिया। उन्होंने कहा कि यह हाईकमान के क्षेत्राधिकार का विषय है। इसलिए इस विषय पर उनका कहना उचित नहीं है। नेतृत्व मिलने पर दायित्व संभालने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अवसर आएगा तब सोचेंगे। मंत्रियों के भ्रष्टाचार के सवाल पर भी साय ने ठोस जवाब नहीं दिया।
साय ने सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम किया। इसकी जानकारी भाजपा नेताओं को थी, पर पूर्व मंत्री लीलाराम भोजवानी को छोड़कर और कोई नेता साय से मिलने नहीं पहुंचे। भोजवानी के साथ पूर्व जनपद सदस्य विवेक साहू भी थे। सुबह पत्रकारों से चर्चा के बाद साय दुर्ग रवाना हो गए।