ज्ञात हो कि कोरोना वायरस से लडऩे के लिए कॉलेज प्रबंधन द्वारा पेंड्री में वार्ड बनाने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी की गई है। पांच दिनों के भीतर कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए 150 बेड की व्यवस्था बना ली गई है। इसमें 30 बेड पुरुष कोरोना पॉजीटिव, 30 बेड महिला कोरोना पॉजीटिव, 30-३० बेड का वार्ड महिला-पुरुष संदिग्ध मरीजों को रखने के लिए तैयार किया गया है। 30 बेड आईसीयू के लिए रखा गया है। इस तरह कुल 150 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार हो गया है। यहां ३१ मार्च को आसालेशन वार्ड व कोरोना पीडि़तों के लिए ओपीडी को शिफ्ट करने की तैयारी थी, लेकिन कुछ तकनीकी कमी के कारण से फिलहाल शिफ्टिंग की प्रक्रिया को लेकर तिथि तय नहीं हो पाया है। डॉक्टर व स्टाफ व्यवस्था को लेकर भी अस्मंजस की स्थिति बनी हुई है।
संदिग्धों को होम आइसोलेशन में रखा गया है ज्ञात हो कि शहर के भरकापारा में एक युवक कोरोना से पीडि़त पाया गया है। उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। इसके अलावा विदेश से लौटे 78 व अन्य संदिग्धों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। इनमें से तीन को सोमवार को आइसोलेट से बाहर करने की सुखद समाचार आई है। बता दें कि राजनांदगांव से अब तक करीब 32 लोगों का सैंपल भेजा गया है, जिसमें से 15 की रिपोर्ट आई है। एक पॉजिटिव पाया गया है। वहीं 17 की रिपोर्ट आनी बाकी है। स्वास्थ्य विभाग की माने तो जिले में फिलहाल स्थिति बेहतर है। कुछ दिन बार पूरी तरह आश्वस्त हो जाएंगे।
व्यवस्था करने का आश्वासन पेंड्री स्थित मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल का निरीक्षण के दौरान महापौर हेमा देशमुख ने प्रबंधन के मांग अनुसार 2 ई-टॉयलेट एवं स्टाफ अपार्टमेंट के लिए डस्टबिन का प्रबंध कराया। आवश्यकता अनुसार नगर निगम द्वारा पानी की आपूर्ति करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर प्रदीप बेक भी मौजूद रहे।