छानबीन व पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। यहां एक्सपायरी दवाओं को प्लास्टिक बाल्टी में डुबाकर रेपर को भिगाया जा रहा था। इसके बाद रेपर को बड़े सफाई से निकाला जा रहा था। करीब ९० डिब्बों को रेपर बदला जा चुका था। सभी दवाओं को जब्त कर कमरे को सील कर दिया गया है। इसका खुलासा होने के बाद बीएमओ ने दवाइयों को डिस्पोज करने का बहाना बनाया है, लेकिन जब डिस्पोज करना है, तो रेपर निकलवाने की क्या जरूरत है।
Read more: जीभ और हाथ की नसें काटकर युवक ने दी खुद को खौफनाक मौत, देखने वालों की कांप गई रूह… अफसरों की लापरवाही उजागर
पूरे ब्लाक के अस्पतालों में बंटवाने के लिए भेजी गई सरकारी दवाई अफसरों की लापरवाही के कारण छुरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रखे-रखे कालातीत हो गई। इसके बाद इन दवाओं का रेपर बदलने का गोरखधंधा चल रहा था। इससे पहले भी छुरिया में बड़ी मात्रा में दवाई एक्सपायर होने का खुलासा हुआ था। (Rajnandgaon new)
पूरे ब्लाक के अस्पतालों में बंटवाने के लिए भेजी गई सरकारी दवाई अफसरों की लापरवाही के कारण छुरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रखे-रखे कालातीत हो गई। इसके बाद इन दवाओं का रेपर बदलने का गोरखधंधा चल रहा था। इससे पहले भी छुरिया में बड़ी मात्रा में दवाई एक्सपायर होने का खुलासा हुआ था। (Rajnandgaon new)
इन दवाइयों का मिला है जखीरा
इन पूरी दवाओं को सरकारी गाड़ी क्रमांक सीजी ०२ ४१९२ से लाया गया था। जब्त की गई दवाइयों में रेपर निकला हुआ ९० नग वेसलीन पेट्रो जेली, पांच पेटी (८० नग) वेसलीन, एक बाल्टी में टेबलेट का घोल, ८ पेटी अलग-अलग प्रकार की दवाई व एक पेटी हाइड्रोजन पैराक्साइड बरामद की गई है।
इन पूरी दवाओं को सरकारी गाड़ी क्रमांक सीजी ०२ ४१९२ से लाया गया था। जब्त की गई दवाइयों में रेपर निकला हुआ ९० नग वेसलीन पेट्रो जेली, पांच पेटी (८० नग) वेसलीन, एक बाल्टी में टेबलेट का घोल, ८ पेटी अलग-अलग प्रकार की दवाई व एक पेटी हाइड्रोजन पैराक्साइड बरामद की गई है।
किया जा रहा था दवाईयों को नष्ट
बीएमओ छुरिया ब्लाक डॉ. किरण चांदेकर ने कहा कि एक्सपायर हो चुकी दवाइयों को डिस्ट्राय करने के लिए भिजवाए थे। जैली का डिब्बा दूसरे उपयोग में आ जाए इसलिए उसे खाली कराया जा रहा था। दवाइयों को जमीन में दबाने के लिए जेसीबी बुलाई जा चुकी थी। सभी जगह एक्सपायरी दवाई निकलती है, उसे डिस्ट्राय किया जाता है। सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया कि एक्सपायरी दवाइयों को नष्ट करने की तैयारी थी, प्लास्टिक के डिब्बे को आग न लगाकर उपयोग हो जाए। इसलिए खाली किया जा रहा था। फिर भी पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। तीन दिनों में रिपोर्ट आ जाएगी।
बीएमओ छुरिया ब्लाक डॉ. किरण चांदेकर ने कहा कि एक्सपायर हो चुकी दवाइयों को डिस्ट्राय करने के लिए भिजवाए थे। जैली का डिब्बा दूसरे उपयोग में आ जाए इसलिए उसे खाली कराया जा रहा था। दवाइयों को जमीन में दबाने के लिए जेसीबी बुलाई जा चुकी थी। सभी जगह एक्सपायरी दवाई निकलती है, उसे डिस्ट्राय किया जाता है। सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया कि एक्सपायरी दवाइयों को नष्ट करने की तैयारी थी, प्लास्टिक के डिब्बे को आग न लगाकर उपयोग हो जाए। इसलिए खाली किया जा रहा था। फिर भी पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। तीन दिनों में रिपोर्ट आ जाएगी।
मिले यह साक्ष्य
सरकारी बंगले के आसपास ही कुछ दवाइयों को जलाने के साक्ष्य भी मिले हैं। इन दवाइयों को पेड़-पौधों के पास जलाया गया है। इससे कुछ पेड़ पूरी तरह झुलस गए हैं। इस तरह दवाई व रेपरों को जलाने या डिस्पोज करने में भारी लापरवाही बरतते हुए पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का काम किया गया है। इससे पहले भी छुरिया अस्पताल में सप्लाई होने वाली दवाई को जंगल की ओर लापरवाही पूर्वक फेंकने का खुलासा हुआ था। (Rajnandgaon news)
सरकारी बंगले के आसपास ही कुछ दवाइयों को जलाने के साक्ष्य भी मिले हैं। इन दवाइयों को पेड़-पौधों के पास जलाया गया है। इससे कुछ पेड़ पूरी तरह झुलस गए हैं। इस तरह दवाई व रेपरों को जलाने या डिस्पोज करने में भारी लापरवाही बरतते हुए पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का काम किया गया है। इससे पहले भी छुरिया अस्पताल में सप्लाई होने वाली दवाई को जंगल की ओर लापरवाही पूर्वक फेंकने का खुलासा हुआ था। (Rajnandgaon news)
Chhattisgarh Rajnandgaon से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter और Instagram पर .. ताज़ातरीन ख़बरों, LIVE अपडेट के लिए Download करें patrika Hindi News App.