छाबड़ा ने बताया कि नगर में कुल 968 लोगों को स्थायी पट्टा का वितरण किया जाना है। इसके साथ ही 1600 से अधिक लोगों के अस्थाई पट्टे बने हुए हैं। इनमें से 400 से अधिक लोगों ने पट्टे के लिए निर्धारित राशि भी जमा कर दी है, किंतु अब तक लोग पट्टे के लिए भटक रहे हैं ज्ञापन में उन्होंने बताया कि वर्तमान राज्य सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में निशुल्क पत्र पट्टा वितरण किए जाने का वादा किया था। वह अपने वादे से तो पहले ही मुकर चुकी है। निशुल्क पट्टे के नाम पर 10 रूपए प्रति वर्गफीट की राशि हितग्राहियों से ली जा रही है किंतु बारिश प्रारंभ होने के बाद भी लोगों को पट्टा वितरण नहीं किया जाना अनेक संदेशों को जन्म देता है।
पट्टा नहीं होने के कारण लाभ से वंचित है हितग्राही उन्होंने बताया कि वर्तमान में वर्षा ऋतु प्रारंभ हो चुकी है जिसके कारण नगर के कई हितग्राहियों जिनके पुराने खपरैल के घर हैं उन्हें जीवन यापन करने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है कईयों ने तो अपने मकान इस आशा में तोड़ दिए हैं कि उनका पक्का प्रधानमंत्री आवास बन जाएगा, किंतु उनके पास पट्टा नहीं होने के कारण वे इस लाभ से वंचित है। छाबड़ा ने कहा कि यदि पट्टा वितरण की कार्रवाई जल्द पूरी नहीं की गई तो भाजपा जनहित के इस विशेष मुद्दे को लेकर उग्र आंदोलन करेगी, जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
पट्टा वितरण करने की रखी मांग उन्होंने बताया कि पूर्व में पालिका चुनाव के पूर्व पालिका में काबिज होने के लिए कांग्रेस ने पट्टा वितरण करने का ढोंग भी रचा था। कांग्रेसी नेता वार्डों में घूमते थे और लोगों को पट्टा वितरण करने का झांसा देते थे, किंतु ऐसा नहीं किया गया। अब लोग पट्टा वितरण की आस लगाए बैठे हैं। छावड़ा में 968 स्थायी पट्टेदारों के साथ-साथ 1600 से अधिक अस्थाई पाट्टेदारों को भी वर्षा ऋतु को देखते हुए अविलंब पट्टा वितरण करने की मांग की है। जैसे गरीब लोग वर्षा ऋतु में अपने पक्के मकान का निर्माण कर सकें।