कुम्ही गांव के पार्वती साहू पति नवलू साहू का परिवार पांच साल से गांव से बहिष्कृत था। इस दौरान गांव में होने वाले किसी भी कार्यक्रम में आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित थी, तो दूसरी ओर पार्वती के घर किसी कार्य में गांव वाले शामिल नही होते थे। पांच साल से बहिष्कार का दंश झेल रहे साहू परिवार ने एसडीएम सीपी बघेल को आवेदन देकर बहिष्कार खत्म कराने की मांग की थी। बताया गया कि बहिष्कृत परिवार द्वारा गांव और समाज के रीतिरिवाज को नही मानने को लेकर परिवार को बहिष्कृत किया गया था। एसडीएम सीपी बघेल ने आवेदन पर कार्रवाई और जांच प्रक्रिया कराने के बाद शनिवार शाम को कुम्ही पहुंचे थे। यहां पीडि़त परिवार और ग्रामीणों के बीच पंचायत भवन में बैठक का आयोजन कर कार्रवाई और समझाइश की प्रक्रिया शुरू कराई गई। आखिरकार एसडीएम ने ग्रामीणों और पीडि़त पक्षों को समझाइश देकर साहू परिवार को बहिष्कार खत्म कराया।
एसडीएम बघेल की समझाइश के बाद आखिरकार ग्रामीणों ने साहू परिवार को गांव और समाज के रीतिरिवाज का पालन करने की शर्तो पर उसका बहिष्कार खत्म कराया। पंचनामें की कार्रवाई के बाद बहिष्कृत नवलू दास ने भी गांव के रिवाजों का पूर्ण पालन, सौहार्द्रपूर्ण वातावरण एवं व्यवहार बनाए रखने का भरोसा दिलाया जिसके बाद ग्रामीण सहमत हो गए। आखिर में सभी ने एकमत से पार्वती और नवलूदास को समाज में शामिल कर लिया।