ग्रामीणों ने विधायक से कहा कि मुढ़ीपार बड़ी अबादी व आस पास गांवों केन्द्रित है। यहां की जनसंख्या पांच हजार से अधिक है, जिसे देखते हुए यहां अब तक नवीन महाविद्यालय खुल जाना चाहिए था, लेकिन कुछ नेताओं की राजनिति के चलते यहां कालेज नही खुल पाया है। जबकि बीते वर्ष मुढ़ीपार में कालेज खालने को लेकर हाई स्कूल मुढ़ीपार में प्रशासनिक बैठक कर प्रस्ताव भी हुआ था।
कालेज दूर होने के कारण 12वीं तक ही सीमट जाती है शिक्षा मुढ़ीपार खैरागढ़ की दूरी 20 किमी. व डोंगरगढ़ की दूरी 30 किमी. है, वहीं राजनांदगांव की दूरी 45 किमी. है। महाविद्यालय दूर होने के कारण इस क्षेत्र की छात्र छात्राएं कॉलेज की पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। उनकी शिक्षा 12वीं तह की सिमट जाती है। जबकि राज्य सरकार द्वारा उच्च शिक्षा को जोर दिया जा रहा है।
बड़ी अबादी के साथ केन्द्रत ग्राम है मुढ़ीपार मुढ़ीपार की अबादी 5 हजार से अधिक है। साथ ही यह ग्राम आसपास लगभग 20 गांवों का केंद्र है। इस गांव में 12वीं तक ही स्कूल है। जिसके चलते 20 ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने मुढ़ीपार में महाविद्यालय खोलने सहमति दी है। नवीन महाविद्यालय की मांग पर विद्यायक भुनेश्वर बघेल ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया है।