ज्ञात हो कि पिछले दिनों खाद्य एवं औषधि प्रशासन की रायपुर से आई टीम ने स्थानीय अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति में पानपराग का सैंपल लिया था। सैंपल में मैग्नीशियम कार्बोनेट की मात्रा पाई गई है, जो मानव शरीर में कैंसर का प्रमुख कारण है। हालांकि फैक्ट्री संचालक ने इस रिपोर्ट को चुनौदी दी है। इसकी पुन: उच्च स्तरीय लैब में जांच कराई जा रही है। राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस जिला अध्यक्ष एवं एनएसयूआई जिला महासचिव ऋषि शास्त्री ने बताया कि राजनांदगांव शहर के जीई रोड स्थित मिरानी बाड़ा में मिरानी फ्रेगनेंस के नाम से एक फैक्ट्री संचालित है, जहां पर पान पराग का प्रोडक्शन किया जाता है। शिकायत सामने आने के बाद भी प्रशासन ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
भौतिक सत्यापन करने की मांग युवाओं ने इसकी भौतिक सत्यापन कर कपंनी को सील कर युवाओं को कैंसर की गिरफ्त में जाने से रोकने की मांग रखी है। फूड जांच रिपोर्ट में जब फैक्ट्री को अनसेफ पाया गया है, तो फिर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई। जबकि इस मामले में कारावास व जुर्माना का प्रावधान है। ज्ञापन सौंपने वालों में बंटी भारती, प्रमोद, नरेश सिन्हा, कुलेश्वर साहू, देवानंद कौशिक, डेविड साहू, राहुल साहू, हेमंत भदौरिया, शुभम, मोइन खान, प्रदीप पांडे सहित अन्य युवा मौजूद थे।
सैंपल लिया गया है ड्रग इंस्पेक्टर संजय झाड़ेकर ने कहा कि पिछले दिनों सैंपल लिया गया था, जांच में पाऊच में मैग्नीशियक कार्बोनेट की मात्रा पाई गई है, जो मानव शरीर को कैंसर पीडि़त बना सकता है।