शनिवार को भी काउंटर में पर्याप्त ऑपरेटर नहीं होने के कारण पीडि़तों की भारी भीड़ लग गई थी। ओपीडी पर्ची बनाने के लिए कंपनी द्वारा पर्याप्त कर्मचारियों की उपलब्धता नहीं होने के कारण यह परेशानी आए दिन सामने आ रही है। नियमत: कंपनी को छह ऑपरेटर ओपीडी समय में बिठाने हैं, लेकिन यहां तीन-चार ऑपरेटर ही मौजूद रहते हैं। इसके बाद एक ऑपरेटर २४ घंटे पर्ची काउंटर में उपस्थित होना चाहिए। ज्ञात हो कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रोजाना ७ से ८ सौ ओपीडी मरीज पहुंच रहे हैं। प्रबंधन यहां व्यवस्था बना पाने में नाकाम है।
सीबीसी जांच के लिए केमिकल नहीं पिछले सप्ताहभर से सीबीसी जांच नहीं हो पा रही है। बताया जा रहा है कि जांच में लगने वाली केमिकल ही खत्म हो गया है। इस वजह से यहां सीबीसी जांच नहीं हो पा रही है। लोगों को मजबूरन निजी पैथोलॉजी में अधिक राशि देकर जांच करानी पड़ रही है।
दिव्यांगों के लिए सुविधा नहीं, होती है परेशानी अस्पताल में यदि दिव्यांग अपना इलाज कराने पहुंचते हैं, तो उनके लिए तो समस्या और बढ़ जाती है। ओपीडी पर्ची लेने दिव्यांगों के लिए कोई व्यवस्था ही नहीं है। वहीं सीनियर सिटीजन के लिए एक काउंटर तो बनाया गया है, लेकिन वहां दूसरों की भीड़ या बंद होने की स्थिति में उन्हें भी धक्का-मुक्की खाते हुए पर्ची लेनी पड़ती है।