बंदूकधारी माओवादियों के घर का दरवाजा खटखटाने पर तीजू की पत्नी उर्मिला बोगा ने दरवाजा खोला। दरवाजा खोलते ही 4 माओवादी घर के अंदर प्रवेश किए और सो रहे ग्रामीण तीजू बोगा को उठाकर घर से बाहर ले गए। इस दौरान तीजू की पत्नी उर्मिला भी बाहर निकलने की कोशिश कर रही थी, लेकिन माओवादियों ने उसे धक्का मारकर घर के अंदर ढकेल दिया। आधे घंटे तक तीजू राम के घर में नहीं आने पर उसकी पत्नी उर्मिला ने पड़ोसी, सरपंच व गांव के पटेल को इसकी जानकारी दी।
ग्रामीण तीजू राम की तलाश करने निकले। इस दौरान तीजू राम बोगा का शव सुबह 6 बजे गांव के बाहर भर्री में देखा गया, जिसकी सूचना औंधी थाने में दी गई। औंधी टीआई एसएस लहरे ने बताया कि माओवादियों ने तीजू राम को रायफल के बट व डंडे से हमला कर पहले घायल किया। बाद में गला दबाकर हत्या की घटना को अंजाम दिया है। घटना को अंजाम देने के लिए पुरुष नक्सलियों के साथ महिला माओवादी भी पहुंची थी।
माओवादियों द्वारा मृतक तीजू राम बोगा के जेब में और लाश के पास पेड़ में पर्चा चिपकाया गया है। जिसमे तीजू राम पर पुलिस का मुखबिर होने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। फिलहाल पुलिस अज्ञात माओवादियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में जुटी है। एसएस लहरे, थाना प्रभारी औंधी ने बताया कि बीती रात को बंदूकधारी माआवोदी निडेली गांव पहुंचे और सो रहे ग्रामीण तीजू राम बोगा को घर से उठाकर बाहर ले जाकर उसकी हत्या कर दिए है। मामला दर्ज कर विवेचना की जा रही है।