पहाड़ी से नीचे गिरने वाले घायल महेश ने पुलिस को बताया कि वह दर्शन करने बाद चने वाले बाबा की गुफा के समीप बैठा था। इसी दौरान यूरिन करने के लिए थोड़ा नीचे उतरा तब उसका पैर फिसल गया। कुछ समझ पाता इसके पहले गहरे खाई में गिरकर बेहोश हो गया। जब काफी देर तक यूरिन करके नहीं लौटा तब पत्नी और बच्चों ने पुलिस जवानों को सूचना दी। लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद जवान किसी तरह ढूंढकर उसे पीठ पर लादकर हॉस्पिटल पहुंचे।
डोंगरगढ़ के मां बम्लेश्वरी मंदिर में ड्यूटी पर तैनात जवानों ने एक बार फिर सेवा की अनोखी मिसाल पेश की। जवानों ने हादसे के शिकार महेश की पत्नी की बात को गंभीरता से लेकर तुरंत सर्चिंग अभियान चलाया। लगभग एक हजार फीट की ऊंचाई से गिरे महेश की मदद की। इसके पहले आरक्षक पूजा देवांगन ने दर्शन के लिए पहुंची बुजुर्ग महिला को नवरात्रि के दौरान गोद में उठाकर दर्शन कराया था। बाद में बुजुर्ग को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था।