इस उपकरण को तैयार करने वाले महेंदर जंघेल ने बताया कि उनका फोर विलर का वर्कशॉप है। वर्तमान में लॉकडाउन के चलते घर में ही रह रहे हैं, तो उनके दिमाग में विदेशों में संक्रमण से पूरे शरीर की सुरक्षा के लिए बनाए अंडर ब्रिज को देखने के बाद इसे छोटे रूप में बनाने का आइडिया आया। फिर क्या वे अपने ग्रुप के पांच दोस्तों राजा सिंह, ललित देवांगन, अमित चौहान और अभय जंघेल के साथ दो दिनों में ही इस उपकरण को तैयार कर लिया है, जिसके नीचे से गुजरते ही हमारी पूरी बॉडी सेनिटाइज्ड हो जाएगी।
इन सामानों की जरूरत
महेन्दर ने बताया कि वैसे तो इसे तैयार करने में उन्हें तकरीबन १२ हजार रुपए का खर्च आया है, लेकिन इसे और सस्ते में तैयार किया जा सकता है। इसके लिए एक प्लास्टिक ड्रम, करीब १५-२० फीट पीवीसी पाइप, एक फ्रेम और एक टुल्लू पंप सहित कुछ नामिनल सामानों की आवश्यकता है।
सोशल मीडिया में किया वायरल
इसे तैयार करने की की पूरी विधि और जानकारी ग्रुप ने सोशल मीडिया में वायरल किया है। ताकि लोग इसे देखकर अपने मोहल्ले व गांव भी तैयार कर लें। अपना और अपनों की सुरक्षा के लिए उन्होंने सभी को आगे आकर काम करने की अपील की है।
लालबाग थाने में भी अनंूठी पहल
लालबाग थाने में भी पूरी बॉडी को संक्रमण मुक्त करने के लिए इसी तरह के उपकरणों का सहारा लेकर संसाधन तैयार किया गया है। इससे लालबाग थाना स्टाफ के अलावा अन्य आने-जाने वाले भी यहां पूरी तरह सेनिटाइज्ड हो रहे हैं। यहां थाने में प्रवेश से पहले ड्रम में हैंडवाश की व्यवस्था की गई। इसके बाद फुट की धुलाई के लिए एक पात्र (ट्रे) में सेनिटाइजर रखा गया है। हाथ व पैर सेनेटाइज करने के बाद सामने लगे सैनिटाइजर छिड़काव करते पंखे के सामने खड़े होकर चारों ओर घूमना है। इससे शरीर के किसी भी अंग में संक्रमण होगा तो वह तत्काल निष्क्रिय हो जाएगा।