scriptप्रति सप्ताह 300 की जरूरत, मिल रहे 150 | 300 injections needed per week, getting 150 | Patrika News
राजसमंद

प्रति सप्ताह 300 की जरूरत, मिल रहे 150

राजसमंद को मांग के मुकाबले आधे ही उपलब्ध हो रहे रेमडेसिविर इंजेक्शन, निजी अस्पतालों में भी इंजेक्शन के लिए भटक रहे तीमारदार

राजसमंदApr 26, 2021 / 11:56 am

jitendra paliwal

प्रति सप्ताह 300 की जरूरत, मिल रहे 150

प्रति सप्ताह 300 की जरूरत, मिल रहे 150

राजसमंद. जिले में कोरोना संक्रमितों को गम्भीर हालत में लगाए जा रहे रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति आधी ही हो रही है। ऐसे में मरीजों की जान बचाने की कोशिशें कमजोर पड़ रही हैं। निजी अस्पतालों में तो हालात और ज्यादा खराब हैं। अपनों की सांसों की डोर को बांधे रखने के लिए परिजन ऊंचे दाम चुकाने पर मजबूर हो रहे हैं।
जिले में फिलहाल आरके जिला अस्पताल, राजसमंद और राजकीय सामान्य चिकित्सालय, नाथद्वारा को ही इस इंजेक्शन की आपूर्ति की जा पा रही है। निजी अस्पतालों को देने के लिए चिकित्सा विभाग के पास इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है। दोनों बड़े सरकारी अस्पतालों में प्रतिदिन औसतन 17 रोगियों को यह इंजेक्शन लगाने की जरूरत पड़ रही है। इस सप्ताह के सात दिनों में 4 हिस्सों में 60, 30, 10 और 50 इंजेक्शन की आपूर्ति की गई। जयपुर से प्राप्त इंजेक्शन आरएनटी मेडिकल कॉलेज, उदयपुर को भेजे जाते हैं, जहां से जिलों की मांग के मुताबिक आपूर्ति की जाती है। डिमांड रोगीवार प्रतिदिन की पीएमओ के दस्तखत के साथ भेजी जा रही है। मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य की अध्यक्षता में बनी कमेटी प्रतिदिन रेमडेसिविर की जिलों से आई मांग की समीक्षा करती है, जिसके बाद ही सीमित आपूर्ति की जा रही है।
– एक रोगी को लगते हैं छह इंजेक्शन
गम्भीर अवस्था में राजसमंद व नाथद्वारा में भर्ती मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन दिया जा रहा है। पहले दिन रोगी को दो डोज लगाई जाती है। दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें दिन एक-एक लगता है। इधर, विभाग का दावा है कि अनंता निजी अस्पताल में भी कोरोना के गम्भीर रोगियों का उपचार चल रहा है, लेकिन इंजेक्शन का टोटा है।
फैक्ट फाइल
150 इंजेक्शन प्रति सप्ताह मिल रहे हैं राजसमंद को
300 की मांग भेजी जा रही है विभाग को
15-17 मरीजों को इंजेक्शन की पड़ रही जरूरत
02 सरकारी अस्पताल, 01 निजी अस्पताल में गम्भीर मरीजों का इलाज

रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी तो है। अस्पतालों से आ रही मांग के मुताबिक प्रतिदिन की डिमांड भेज रहे हैं, जिसकी तुलना में इंजेक्शन कम ही मिल रहे हैं। वैसे दूसरे वैकल्पिक इंजेक्शन व दवाएं भी कारगर हैं।
डॉ. अनिल शर्मा, प्रभारी, जिला औषधि भण्डार
यह सच है कि इंजेक्शन की आपूर्ति पूरी नहीं हो रही है, लेकिन बाजार में इसका हौव्वा खड़ा किया जा रहा है। यह इतना भी जरूरी नहीं है, जितना बना दिया गया है। वैकल्पिक उपचार भी मौजूद हैं।
डॉ. ललित पुरोहित, पीएमओ, आरके जिला अस्पताल, राजसमंद

Home / Rajsamand / प्रति सप्ताह 300 की जरूरत, मिल रहे 150

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो