गम्भीर अवस्था में राजसमंद व नाथद्वारा में भर्ती मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन दिया जा रहा है। पहले दिन रोगी को दो डोज लगाई जाती है। दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें दिन एक-एक लगता है। इधर, विभाग का दावा है कि अनंता निजी अस्पताल में भी कोरोना के गम्भीर रोगियों का उपचार चल रहा है, लेकिन इंजेक्शन का टोटा है।
150 इंजेक्शन प्रति सप्ताह मिल रहे हैं राजसमंद को
300 की मांग भेजी जा रही है विभाग को
15-17 मरीजों को इंजेक्शन की पड़ रही जरूरत
02 सरकारी अस्पताल, 01 निजी अस्पताल में गम्भीर मरीजों का इलाज
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रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी तो है। अस्पतालों से आ रही मांग के मुताबिक प्रतिदिन की डिमांड भेज रहे हैं, जिसकी तुलना में इंजेक्शन कम ही मिल रहे हैं। वैसे दूसरे वैकल्पिक इंजेक्शन व दवाएं भी कारगर हैं।
डॉ. अनिल शर्मा, प्रभारी, जिला औषधि भण्डार
डॉ. ललित पुरोहित, पीएमओ, आरके जिला अस्पताल, राजसमंद