रोजाना चल रहा रिहर्सल
जिला अस्पताल में कोरोना की सैम्पलिंग से लेकर उपचार तक के लिए यहां तीन टीमें बनाई गई हैं। तीनों टीमों में करीब चार-चार चिकित्सक हैं तथा १०-१० नर्सिंग स्टाफ हैं। टीम का जो पहला दल है उसमें डॉ. एचसी सोनी, डॉ. बीएल शर्मा, डॉ. कृपाशंकर, डॉ. मोहित शर्मा, डॉ. मनीष खंडेलवाल तथा आईसीयूवार्ड का नर्सिंग स्टाफ है। जबकि दूसरे दल में डॉ कैलाश मीणा, डॉ एमके मीणा, डॉ संदीप शर्मा, डॉ. मनीष विजयवर्गीय व इमरजेंसी का नर्सिंग स्टाफ है। इसीतरह तीसरा दल में डॉ. सुधीर यादव, डॉ. धर्मवीर बुनकर, रघुवीर बनुकर, डॉ. केके प्रजापति तथा मेडिकल और सर्जिकल का नर्सिंग स्टाफ है।
आपस में साझा कर रहे ज्ञान
तीनों टीमों का प्रशिक्षण सत्र रोजाना दोपहर को १२ बजे से एक बजे तक अस्पताल परिसर में ही चलता है। यहां प्रशिक्षण के लिए कोई विशेषज्ञ नहीं आता बल्कि चिकित्सक ही आपस में अपने ज्ञान को एक दूसरे से साझाकर वे एक दूसरे को प्रशिक्षित कर रहे हैं। जिसमें डॉ. एचसी सोनी स्टाफ को संक्रमण से कैसे बचें, मास्क, गाउन को कैसे पहने, कैसे उतारे और किस सावधानी के साथ उसे नष्ट करें इसके बारे में प्रशिक्षित करते हैं। इसीतरह डॉ. कृपाशंकर कोरोना संदिग्ध और पीडि़त को क्या दवाएं देनी हैं, कैसे देनी है और क्या-क्या ट्रीटमेंट देना है, इसकी जानकारी देते हैं वहीं डॉ. बीएल शर्मा स्टाफ को वेंटिलेटर का उपयोग कब करना है, किस मरीज पर करना है और कैसे करना है इसका ज्ञान साझा करते हैं।
अबतक लिए 69 सैम्पल
जिला अस्पताल में पहला सैम्पल २१ मार्च को लिया गया था, तब से अब तक करीब ६९ सैम्पल लिए गए जिसमें से तीन की रिपोर्ट आनी बाकी है। अन्य सभी सैम्पल निगेटिव आए हैं।
तैयारी की है…
जिस प्रकार देश-प्रदेश में कोरोना का खौफ चल रहा है, उसे देखते हुए हमने भी पूरी तैयारी कर रखी है। इसी के तहत मुख्य अस्पताल को कोरोना मरीजों व संदिग्धों के लिए खाली कर लिया गया गया है, ताकि उनका संक्रमण अन्य मरीजों तक नहीं पहुंचे। साथ ही कोरोना संदिग्धों और मरीजों के लिए हमने अलग से टीमों का गठन किया है। जो सात दिन की शिफ्टों में काम करेंगी।
-डॉ. ललित पुरोहित, पीएमओ, राजकीय जिला चिकित्सालय राजसमंद