उपजाऊ जमीन व आस-पास खेतों में मार्बल स्लरी डालने से जमीन बंजर हो रही है। हरे-भरे पेड़ पौधे नष्ट हो रहे हैं। स्लरी सतह पर जमने के बाद सूखकर ठोस हो जाती है तथा इससे बरसाती जल जमीन में रिस नहीं पाता है। इसका असर भूजल स्तर पर पड़ रहा है।
जिले में पर्यावरण व प्रदूषण नियंत्रण को लेकर जिम्मेदार विभागीय अधिकारी गम्भीर नहीं हैं। हालांकि पर्यावरण संरक्षण समिति जरूर गठित है, लेकिन समिति का काम पर्यावरण को हो रहे नुकसान के आगे बौना है।
मार्बल व्यापारियों ने इस मामले में जमकर लापरवाही दिखाई है। उन्होंने जगह-जगह मार्बल स्लरी के अवैध डम्पिंग यार्ड बना दिए हैं। वह भी ज्यादातर वहां पर, जहां खेती के लिए उपजाऊ जमीन है। जिला प्रशासन की ओर से मार्बल व्यापारियों को स्लरी डम्पिंग के लिए यार्ड आवंटित किए गए। इनमें से मोखमपुरा और नाथद्वारा के मजा गांव के पास आवंटित डम्पिंग यार्ड भर चुके हैं। क्षमता से अधिक डम्पिंग के कारण अब स्लरी आसपास की जमीनों पर फैल रही है। मोखमपुरा में हालात बेहद चिंताजनक हैं। नए डम्पिंग यार्ड आवंटित नहीं होने और पौधरोपण के अभाव में आस-पास की भूमि बंजर बनती जा रही है। सैकड़ों बीघा चरागाह को भी आसानी से अवैध ढंग से इस्तेमाल किया जा रहा है।
केलवा क्षेत्र से लेकर भगवान्दा, मोरचणा, पसून्द, भगवान्दा, राजनगर, चुंगीनाका व सोमनाथ चौराहे से लेकर नाथद्वारा के आसपास क्षेत्रों में मार्बल प्रसंस्करण इकाइयों से निकलती स्लरी की अवैध तौर पर डम्पिंग की जा रही है। कई रास्तों में फेल्सपार का पाउडर भी डाल दिया जाता है। जिला मुख्यालय पर ही अवैध डम्पिंग हर कहीं हो रही है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी चैन की नींद सोए हैं।
केलवा, देवगढ़, आमेट, खमनोर, राजसमंद से ग्रेनाइट प्लांट का मलबा निकलता है। बामनटुकड़ा, सियाणा में फेल्सपार व मोही, पाण्डोलाई आदि क्षेत्रों में कटर से निकलने वाला ग्रेनाइट, मार्बल व फेल्सपार का मलबा नदियों, नालों, तालाबों, एनिकट के पानी में घुल रहा है।
कचरा निस्तारण केन्द्र ही लाचार : शहर के पास कचरा निस्तारण केन्द्र बना हुआ है। यहां जिम्मेदारों द्वारा अपशिष्ट पदार्थों को नष्ट करने का कोईबंदोबस्त नहीं है। कचरे को एकसाथ खुले में जलाया जा रहा है। कचरे व अन्य पदार्थों से हवा भी प्रदूषित हो रही है। यही स्थति शहर के ५० फीट रोड पर भी बनी हुई है। यहां लोगों के खतों के पास तालेड़ी नदी में ही सैकड़ों टन कचरा जलाया जा रहा है। रात में बदबूदार धुआं आसपास के निवासियों को जीना ***** कर रहा है।
बृजेश रॉय,आयुक्त, नगरपरिषद राजसमंद