उप कारागृह मुख्य प्रहरी पंकज शर्मा ने बताया कि जेल में बंदियों को रोजमर्रा की जरूरत से ब्लेड दी गई। बुधवार सुबह अन्य बंदी से ब्लेड लेकर बलात्कार के मामले में विचाराधीन बंदी मिलियाखेड़ा, जोगीपायरा, पायरा (भीलवाड़ा) निवासी अजयनाथ पुत्र लखमानाथ ने खुद की गर्दन पर चीरा लगा दिया। इस पर उसकी गर्दन से खून निकलने लगा, जिसे तत्काल जेल प्रशासन द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भीम ले जाया गया। सूचना पर भीम थाना प्रभारी लाभूराम विश्नोई भी पहुंच गए और घायल बंदी के बयान लिए। प्राथमिक उपचार के बाद उसे ब्यावर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। इधर, भीम थाना पुलिस ने आत्महत्या के प्रयास का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
डेढ़ माह से जेल में बंद
देवगढ़ थाने में दर्ज ब्लात्कार के मामले में गिरफ्तारी के बाद 25 जनवरी 2019 से उप कारागृह भीम में बंद है। 9 मार्च को उसके माता-पिता भी मिलने आए। बताया कि वह बलात्कार के मुकदमे से तनाव में था और इसी वजह से उसने यह कदम उठाया। बंदी बोला- उसे झूठे बलात्कार के मुकदमे में फंसाया है।
बेटे की आ रही थी याद
बंदी अजयनाथ बोला कि उसे बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाया है। आज उसे उसके बेटे की काफी याद आ रही थी, जिससे तनाव में आकर उसने ब्लेड से खुद की गर्दन पर चीरा लगा दिया।