जांच एएसआई नंदलाल मीणा ने की। मौके का निरीक्षण भी किया और पटवारी से प्राप्त खसरा संख्या 534 की नकल, ट्रेस व सीमा जानकारी की प्रमाणित प्रतियां लीं। जांच अधिकारी ने एफआर में बताया कि करीब 4 साल पहले का खड्डा है एवं अज्ञात व्यक्तियों ने खनन किया है। खसरा संख्या 534 सरकारी या चरागाह भूमि नहीं, बल्कि बारानी किस्म की है। राजस्व रिकार्ड के अनुसार यह भूमि रांकड़ का भीलवाड़ा निवासी पीथा पुत्र उदा भील, किशन पुत्र भभूत भील, भीमा पुत्र भभूत भील, लालू पुत्र वरदा भील एवं सरसी पत्नी भभूत भील के नाम दर्ज है।
सरपंच किशनलाल गमेती ने 4 जनवरी 2021 को खमनोर के तत्कालीन तहसीलदार सोहनलाल शर्मा को वॉट्सअप के जरिये शिकायत की थी। शिकायत में सरपंच ने बताया था कि गांवगुड़ा रांकड़ का भीलवाड़ा और सरवडिय़ा व खूंटा खेत की तरफ जाने वाली पीडब्यूडी की डीआर सड़क को खनन माफियाओं द्वारा पूरी तरह से नीचे से खोद दिया गया है। इस पर तहसीलदार ने बाकायदा जांच कराई थी, जिसमें गांवगुड़ा की चरागाह भूमि में बड़े पैमाने पर अवैध खनन का मामला उजागर हुआ। खान विभाग ने भी मौका निरीक्षण किया और क्वाट्र्ज पत्थरों का खनन होना माना।
गांवगुड़ा ग्राम विकास अधिकारी जितेंद्र तिवारी व सरपंच किशनलाल गमेती ने 23 जनवरी 2021 को खमनोर पुलिस थाने में रिपोर्ट दी थी कि पंचायत के राजस्व गांव रांकड़ का भीलवाड़ा और सरवडिय़ों की भागल के मध्य डीआरडी सड़क को खनन माफियाओं द्वारा नीचे से खोद दिया गया है, जिससे राजकीय संपत्ति को नुकसान हुआ है। रांकड़ का भीलवाड़ा के समीप आराजी संख्या 534 में अवैध खनन होने से अज्ञात खननकर्ताओं के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराना आवश्यक है। रिपोर्ट पर पुलिस ने सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम-198 4 की धारा 3 व आईपीसी-18 6 0 की धारा 28 3 के तहत मामला दर्ज किया था।
प्रकरण की जांच में गांवगुड़ा के ग्राम विकास अधिकारी व दो सरपंचों सहित 8 जनों ने बयान दिए। एएसआई ने जांच में बताया कि गांवगुड़ा सरपंच किशनलाल गमेती, ग्राम विकास अधिकारी जितेंद्र तिवारी, पड़ोसी पंचायत झालों की मदार के सरपंच कंवरलाल गमेती, गांवगुड़ा निवासी नरेंद्र मेहता पुत्र डालचंद मेहता, चौकड़ी की भागल निवासी किशनसिंह पुत्र रोड़सिंह, नानसिंह पुत्र भंवरसिंह, सरवडिय़ों की भागल निवासी कंवरसिंह पुत्र उदयसिंह व रामकिशन के बयान लेखबद्ध किए गए।
इस पूरे मामले को एक बार मैं फिर से दिखवाता हूं। चरागाह में अवैध खनन पर खनन विभाग को लिखा जाएगा।Ó
अभिषेक गोयल, एसडीएम, नाथद्वारा