जिला सांख्यिकी अधिकारी विभाग के उप निदेशक सोहनलाल बुनकर ने बताया कि जिला कार्यालय में हेल्प डेस्क पर तैनात अंकुर मेहता, मनीषा गुर्जर से सम्पर्क कर सकते हैं। भीम में आशीष मान व अमित पचेरवाल, देवगढ़ में राहुल सिसोदिया व विरेन्द्र विकास साहू, आमेट में दिग्पाल सिंह चुण्डावत, राजसमंद में प्रीति कुंवर चौहान, किशन सिंह, रेलमगरा में कृष्ण कुमार रातावल व अनुराधा मीना, खमनोर में ललित कुमार मेघवाल एवं कुंभलगढ़ में अखिल गुप्ता को डेल्प डेस्क की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जनआधार (Janaadhar Card) में किसी भी सदस्य का नाम गलती से डिलीट होने पर उसे मृत मान लिया जाता था। इसके कारण उसे किसी प्रकार की योजना का लाभ नहीं मिल पाता था, लेकिन अब वह व्यक्ति भी अपने दस्तावेजों के साथ जिला कार्यालय में उपस्थित होकर ई-केवाईसी करवा सकता है। जनआधार में त्रुटि सुधार के लिए पहले जिला स्तर अपील करनी पड़ती थी। वहां से उक्त अपील को जांच के लिए सांख्यिकी विभाग भेजा जाता था। वहां से उस समस्या का समाधान कर जिला प्रशासन को अवगत कराया जाता था। ऐसे में अब तक 692 लोगों की समस्या का निस्तारण किया जा चुका है, जबकि 382 लोग ऐसे हैं जिन्हें सुनवाई का मौका दिया गया है, लेकिन वह अभी तक नहीं आ रहे हैं।