महिला और आरक्षित वर्ग को नहीं पड़ेगी ट्यूशन फीस
दोनों ही विषयों में सभी वर्गों की महिला, एससी, एसटी और ओबीसी की छात्र-छात्राओं को ट्यूशन फीस नहीं पड़ेगी यानि उसे सिर्फ अन्य खर्च ही देना होगा। खर्च की गई राशि भी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के जरिए वापस मिल जाएगी। वहीं सामान्य वर्ग के छात्रों का खर्च करीब १२ हजार रुपए आएगा। इन छात्रों के अभिभावकों की भी अगर वार्षिक आय ढाई लाख रुपए से कम होगी तो उन्हे भी छात्रवृत्ति के जरिए राशि वापस मिल जाएगी।
तीन वर्ष का डिप्लोमा कोर्स
दोनों ही विषयों में तीन वर्ष का डिप्लोमा कोर्सहै। यदि विद्यार्थी सीधे दसवीं से इसमें प्रवेश लेता है तो उसे तीन वर्ष की पढ़ाई पढऩी होगी जबकि यदि उसने आईटीआई कर रखी है या १२वीं गणित और विज्ञान की है तो उसे डिप्लोमा के द्वितीय वर्ष में सीधे दाखिला मिलेगा।
दोनों विषयों में तीस-तीस सीटें
रोबोटिक्स और साइबर सिक्यूरिटी एंड फॉरेंसिक साइंस में इसी वर्ष से कक्षाओं का संचालन शुरू किया जाएगा। आवेदनों का चयन मैरिट लिस्ट के जरिए किया जाएग।