वारदात के बाद सूचना पर थाने से उपनिरीक्षक राधा अहीर, हेड कांस्टेबल अशोक कुमार आदि वाटिका पहुंचे। इन्होंने पूरी जानकारी लेने के बाद वहां कार्य कर रहे केटरर्स के सदस्यों आदि से भी पूछताछ की। वहीं वाटिका के बाहर लगे बैंक एवं अन्य स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज आदि को भी खंगाला, लेकिन कोई सुराग नहीं लग पाया।
परिवार के सदस्यों ने बताया कि चोरी हुए बैग में नकदी गहने आदि तो थे ही साथ ही परिवार में बांटने के लिए नोटों से भरे लिफाफे भी तैयार किए हुए थे, वो भी उसी में थे। इससे यह राशि आदि मिलाकर लाखों रुपए की सामग्री उसमे थी। उधर, घटना के बाद उपनिरीक्षक अहीर ने बताया कि उनके पास रिपोर्ट नहीं आई है। इससे पूर्व सूचना मिली थी, जिस पर वे मौके पर गई और अनुसंधान किया जा रहा है।