scriptमटकी भर पानी के लिए पहाड़ सा परिश्रम | Water problem in Mejhela colony | Patrika News
राजसमंद

मटकी भर पानी के लिए पहाड़ सा परिश्रम

सिर पर मटकी रखकर चढऩी पड़़ती है एक किमी की चढ़ाई देलवाड़ा की मुझेला बस्ती का मामलाविभाग की अनदेखी से दो वर्षों से ग्रामीण झेल रहे हैं समस्या

राजसमंदOct 23, 2019 / 12:18 pm

Aswani

मटकी भर पानी के लिए पहाड़ सा परिश्रम

मटकी भर पानी के लिए पहाड़ सा परिश्रम

अश्वनी प्रतापसिंह @ राजसमंद. विभागीय उदासीनता के चलते ग्रामीणों को बूंद-बूंद पानी के लिए रोजाना पहाड़ सा परिश्रम करना पड़ता है। एक मटकी पानी के लिए एक किमी की चढ़ाई, पानी लादकर चढऩी पड़ती है। मामला देलवाड़ा कस्बे की मुझेला बस्ती का है। जिम्मेदारों की ऐसी स्थिति तब है जब यहां के स्थानीय विधायक डॉ. सीपी जोशी विधानसभा अध्यक्ष हैं और पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया का यह गृहक्षेत्र है।
देलवाड़ा ग्राम पंचायत का वार्ड 1 पहाड़ी क्षेत्र में बसा है। इसे मुझेला बस्ती कहते हैं। ज्यादातर परिवार गमेती समाज के यहां निवास करते हैं। इस बस्ती में करीब २ वर्ष से पानी की समस्या चल रही है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां पहाड़ी के ऊपर पानी की टंकी बनी है। टंकी में बाघेरी जल परियोजना से पानी भरा जाता था, और बस्ती में पाइप लाइनों से सप्लाई होता था। गतवर्ष क्षेत्र में सूखा होने से पानी की किल्लत थी, लेकिन इसबार पर्याप्त पानी होने के बावूजद पाइप लाइन से सप्लाई नहीं की जा रही।
बताया जाता है कि बस्ती में बने प्राथमिक स्कूल के पास टंकी के लिए जाने वाली पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है, इससे टंकी तक पानी नहीं पहुंचता। ग्रामीणों को करीब एक किमी नीचे जाकर पानी लाना पड़ता है।

रोटी से पहले पानी के लिए मशक्कत
ग्रामीणों ने बताया कि एक मटकी पानी लाने में आधा घंटा लग जाता है। हम परिवार सहित नीचे जाते हैं जब सारा दिन पीने भर का पानी ला पाते हैं। ऐसे में बूढ़े से लेकर बच्चों तक को रोजाना पानी के लिए खासी मेहनत करनी पड़ती है।

पता करता हूं…
देलवाङा गांव में हर जगह पानी सप्लाई हो रही है, मुझेला भील बस्ती में पानी की ऐसी समस्या है, मेरी जानकारी में नहीं है। मैं पता करके समस्या का समाधान करवाता हूं।
-देवीसिंह चौधरी, सहायक अभियंता राजसमंद

Home / Rajsamand / मटकी भर पानी के लिए पहाड़ सा परिश्रम

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो