जानकारी के अनुसार गत 22 अगस्त को रेलमगरा क्षेत्र के सूरजबारी माता मंदिर के पास लूट की वारदात हुई थी। रेलमगरा पुलिस का एक दल संदिग्ध आरोपी की तलाश में भूपालसागर क्षेत्र के ओड़ा का खेड़ा गांव गया, जहां से रामा (36) पुत्र सूडा ओड़ को रात 2.30 बजे पुलिस ने घर से उठाकर जीप में बैठाया। सुबह 7 बजे रेलमगरा चिकित्सालय में उसे मृत घोषित कर दिया गया। इस मामले में पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव सुबह से ही रेलमगरा थाना पहुंच गए और पूरे मामले की पड़ताल शुरू की। उन्होंने पत्रिका को बताया कि आरोपित की मौत रास्ते में ही तबीयत खराब होने से हो गई थी, जिसका शव रेलमगरा चिकित्सालय के मुर्दाघर में रखवा दिया गया है। साथ ही परिजनों को सूचित कर दिया गया।
मौत अनभिज्ञ पत्नी थाने बैठी रही
बताया कि मृतक रामा की पत्नी भी अल सुबह ही रेलमगरा पहुंच गई। रात को पुलिस गिरफ्तार कर ले आई, जिससे मिलने के लिए आई, मग पुलिस ने न तो उसकी मृत्यु के बारे में बताया और न ही उसे पता चला। हालांकि दोपहर करीब एक बजे बाद एकाएक वह किसी वाहन में बैठकर चली गई, मगर उसके बारे में पुलिस द्वारा कोई जानकारी नहीं दी जा रही है।
न्यायिक मजिस्ट्रेट करेंगे जांच
सूत्रों के मुताबिक पुलिस हिरासत में युवक की मौत होने के बाद अब प्रकरण की जांच न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा की जाएगी। इसके लिए पुलिस द्वारा न्यायाधीश को अवगत करा दिया गया। रेलमगरा थाने में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश भारद्वाज, नाथद्वारा पुलिस उप अधीक्षक ओम कुमार व रेलमगरा थाना प्रभारी लीलाधर मालवीय आदि मौजूद थे।