वर्षों से कर रहे हैं सेवा
दोनों योग प्रशिक्षक वर्ष 2014 से पतंजलि योग समिति से जुड़कर क्षेत्र में नौजवानों व बुजुर्गों के लिए योग शिविर का आयोजन करते हैं। उन्हें योग के गुर सिखा रहे हैं। इन दोनों को योग प्रशिक्षक के रूप में कई प्रशस्ति पत्र मिल चुके हैं। दोनों योग शिक्षकों ने बताया कि प्राणायाम से अपने अंदर प्राण ऊर्जा को बढ़ा सकते हैं। इससे शरीर के अंदर नाभि, दिल और दिमाग में स्थित वायु सभी अंगों को संचालित रखना, प्राणों को ठीक-ठीक गति और आयाम देना ही प्राणायाम है।
शरीर व मन रहता दुरुस्त
योग शिक्षकों का कहना है कि सावधानी के साथ इसका नियमित अभ्यास करना चाहिए। प्रतिदिन सुबह भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, उदगीत, उज्जयी प्राणायाम करने से शरीर के सभी अंगों को बल मिलता है। योग का स्वास्थ्य से सीधा संबंध बताते हुए कहते हैं कि इससे हमारे शरीर को कई स्वास्थ्य संबंधी लाभ होता है। इनसे मनोविकार समाप्त होते हैं। शारीरिक व्याधियां भी खत्म होती हैं।
योग से फायदे की जानकारी
रामगढ़ जिले में योग शिविर का आयोजन कर योग व प्राणायाम से होने वाले लाभ के बारे में लोगों को जानकारी दे रहे हैं। श्री धोबी वर्ष 2009 से पतंजलि योग समिति से जुड़कर लोगों को योग के प्रति जागरूक कर रहे हैं। योग शिक्षक श्री प्रसाद वर्ष 1995 से योग से जुड़े हैं।