वहीं इसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने संबोधन की शुरूआत करते हुए कहा कि मैं सबसे पहले आदरणीय मायावती जी का बहुत बहुत धन्यवाद और आभार प्रकट करना चाहता हूं। आपने समाजवादी पार्टी के तीनों प्रत्याशियों के लिए अपील की है। सभी जानते हैं कि पहले दो चरणों में वोट कैसे पड़े हैं। भारतीय जनता पार्टी का कहीं भी कोई भी खाता खुलता नजर नहीं आ रहा है। अब तीसरे चरण का मतदान होने वाला है। इस चरण में भी भाजपा का कोई खाता नहीं खुलने वाला है।
इधर, पांच साल की दिल्ली की सरकार और दो साल की उत्तर प्रदेश की सरकार। देश बहुत नाजुक स्थिति से गुजर रहा है। इन सरकारों ने हर वर्ग के लोगों को दुखी किया है। याद रखें ये लोग, जो लोकतंत्र में जनता को दुख देते हैं उनसे जनता भी पूरा हिसाब लेती है। ये लोग हमें कहते हैं हम महामिलावट हैं, लेकिन वह लोग जनता ही आवाज सुन लें, ये महामिलावट नहीं। देश में महापरिवर्तन आने वाला है।
देश में महागठबंधन कह रहा है कि देश का नया प्रधानमंत्री आने वाला है। जब प्रधानमंत्री नया बनेगा तभी नया देश बनेगा। ये हमें और आपको डराकर, नफरत फैलाकर राजनीति करना चाहते हैं। हमें पूरा विश्वास है, अगर उनके पास सत्ता है तो गठबंधन के पास जनता है। ये सत्ता को जनता हटाने का काम करेगी।
उन्होंने कहा कि वैसे तो रामपुर, मुरादाबाद और संभल की पहचान अपनी-अपनी जगह है। लेकिन इधर, आदरणीय आजम खान साहब ये दिखा दिया कि कम समय में काम किए जा सकते हैं, यूनिवर्सिटी बनाई जा सकती है और अगर सरकार में किसी को सबसे ज्यादा परेशान किया किसी को अगर तो वो आपके नेता हैं। परेशानी कानून से भी, प्रशासन से भी। तीन दिन हैं केवल चुनाव में, 23 तारीख को ही मतदान करना है आपको। बताओ रामपुर और आसपास के लोग, वोटों की बारिश करेंगे कि नहीं। आपको हर साजिश, धोखे से बचते हुए, भाजपा छल भी कर सकती है। ध्यान हटाने की ताकत किसी के पास नहीं है, वो केवल भाजपा के पास है। वो अगर प्रधानमंत्री देश के है तो जरूर लेकिन वो केवल 1 प्रतिशत आबादी के प्रधानमंत्री हैं, 99 प्रतिशत आबादी के प्रधानमंत्री नहीं हैं।