अपने ट्वीट में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख ने लिखा कि- टेरर केस में मुस्लिमों को जेल भेज दिया जाता है और सालों बाद सिर्फ रिहाई हाथ लगती है। हम आपराधिक न्याय प्रणाली में प्रणालीगत भेदभाव का अनुभव करते हैं। यहां सिर्फ गुलाब खान के साथ ही दोहरा अन्याय नहीं हुआ, बल्कि रामपुर हमले के पीड़ितों के साथ भी हुआ।
एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि, आखिर रामपुर आतंकी हमले के असली गुनहगार कौन हैं? गुलाब खान और उनके परिवार ने 12 साल तक अपमान झेला, उसके लिए क्या गुलाब खान को मुआवजा दिया जाएगा?
आपको बता दें कि रामपुर में सीआरपीएफ कैंप पर आतंकी हमले में कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए चार आतंकियों फांसी की सजा सुनाई है। एक को उम्र कैद तो एक को दस साल की सजा। जबकि दो को बरी कर दिया गया। जिसके बाद सासंद और AIMIM प्रमुख ने सवाल उठाए हैं।