इस विधानसभा सीट से आजादी के बाद दूसरी महिला विधायक बनी तनजीम
दरअसल आजम खान की पत्नी तनजीम (SP) सपा की तरफ से राज्यसभा सांसद थी। वही उनके पति आजम खान का रामपुर सदर विधानसभा सीट पर नौ बार कब्जा रहा है। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है तो राज्यसभा से विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी बनी तनजीम ने भी जीत दर्ज कर इस सीट से आजादी के बाद दूसरी महिला विधायक के रूप में इतिहास रच दिया है। इससे पहले रामपुर सदर विधानसभा सीट पर आजादी के बाद तीसरे चुनाव में कांग्रेस की किश्वर आरा बेगम ने जीत हासिक की थी।
चौथे चुनाव में स्वतंत्र पार्टी के अख्तर अली खां विधायक बने। पांचवीं विधानसभा में नवाब सैयद मुर्तजा अली खां विजयी रहे। इसके बाद छठे व सातवें चुनाव में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के शन्नू खां विजयी रहे। आठवीं विधान सभा के लिए 1980 में हुए चुनाव में आजम खां जनता पार्टी से और नौंवे चुनाव में लोकदल से चुनाव जीते। 1989 में जनता दल से आजम खान तीसरी बार विधायक चुने गए । इसके बाद फिर आजम 1991 व 93 में समाजवादी पार्टी से चुनाव जीते, लेकिन 1996 में हार गए। तब कांग्रेस के अफरोज अली खां चुनाव जीते। इसके बाद से 2002, 2007, 2012, 2017 में भी आजम खां ही चुनाव जीते। अब उनके इस्तीफे के बाद उपचुनाव हुआ जिसपर अब उनकी पत्नी ने इस सीट से जीत दर्ज की है।