यह भी पढ़ें
श्मशान घाट के आसपास रहने वाले लोग बोले, ‘हमें जहर दे दो’, जानिए पूरा मामला दरअसल रामपुर जिला अस्पताल में तैनात रहे डाक्टर बीएम नागर उस समय चर्चा में आए थे जब कहासुनी के बाद नर्स ने उन्हें थप्पड़ मार दिया था। पूरे घटना क्रम की जांच डीएम के आदेश पर हुई। जांच के बाद में डीएम ने उन्हें किसी ओर जगह अटैच कर दिया था और नर्स को सस्पेंड कर दिया। बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद डाक्टर ने एक पत्र पुलिस अधीक्षक शुगन गौतम को लिखा था। जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी जानमाल की रक्षा की जाए। वहीं इसी बीच अब उनकी मौत के बाद चर्चाओं का बाजार गर्मा गया है। यह भी पढ़ें
संक्रमितों को अब नहीं पड़ेगा भटकना, गुरुद्वारा कमेटी ने बनाया 100 बेड का अस्थाई कोविड-19 अस्पताल मामले की जानकारी देते हुए सीएमएस आर.के मित्तल ने बताया कि प्रथम दृष्टया ये मौत नेचुरल लग रही है। मुंह से झाग आ रहे थे। वह ड्रीपस करने लगे थे और दवा भी खाते थे। उनकी बिस्तर पर दवा पड़ी थीं। उनका बीपी शुगर भी काफी बढ़ जाता था। परिजन नहीं चहते थे इसलिए उनका पोस्टमार्टम नहीं किया गया। वहीं पुलिस का कहना है कि परिजनों ने किसी तरह की तहरीर मामले में नहीं दी है।