स्कूलों में छाया रहा सन्नाटा वहीं, इस घटना के बाद गुरुवार सुबह गांव में बच्चे स्कूल नहीं गए। प्राथमिक स्कूलों में सन्नाटा छाया रहा। इस घटना के बाद पूरे थाना क्षेत्र में मातम छाया हुआ है। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए एसपी शिव हरी मीणा ने जिले भर के सभी थानों के थानेदार और कांस्टेबल समेत कई दर्जन दरोगा लगा दिए हैं। इसके अलावा कई सीओ और एडिशनल एसपी खुद निगरानी कर रहे हैं।
कुछ दिन पहले भी हुआ था विवाद घटना रामपुर मुख्यालय से दो किलोमीटर दूर पनबड़िया गांव की है। अहमद नगर जागीर गांव की ग्राम प्रधान सायना बी के पति का नाम शहादत अली है। कुछ दिन पहले उनके भाई सलीम का विवाद गांव के ही झाझन सैनी से हो गया था। प्रधान पति होने के नाते शहादत अली ने मामला निपटा दिया था। बुधवार रात को सलीम दुकान बंद करके घर जा रहा था तो उसका झाझन के साथ विवाद हो गया। इस बीच दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। बताया जा रहा है कि इस दौरान झाझन ने प्रधान पति पर गोलियां बरसा दीं। इसके बाद दूसरे पक्ष की तरफ से भी फायरिंग हुई। फायरिंग में एक गोली झाझन के भाई जय सिंह को लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं, गोली लगने से शहादत अली की भी मौत हो गई जबकि सलीम को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
छावनी में तब्दील हुआ गांव इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सन्नाटा पसर गया है। बताया जा रहा है कि शहादत अली के सीने में दो गोलियां लगी हैं। गोलियां लगने के बाद उन्हें एम्बुलेंस से अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। लेकिन परिजन नहीं माने और संतुष्टि के लिए शव को मुरादाबाद कॉसमॉस हॉस्पिटल ले गए। वहां भी डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उधर, घटना के बाद गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। एसपी हरि सिंह मीणा का कहना है कि युवक अपनी दुकान को बंद करके जा रहा था। रास्ते में उसका दूसरे युवक से झगड़ा हो गया। इस बीच दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। इस दौरान फायरिंग में दोनों पक्षों में एक-एक शख्स की मौत हो गई है। घटनास्थल पर शांति है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
चुनाव को लेकर शुरू हुई थी रंजिश वहीं, गांव के लोगों का कहना है कि इनके बीच पहले भी कई कई बार विवाद हो चुका है। मामला पुलिा तक भी पहुंचा था। प्रधान पति शहादत अली भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) से जुड़े हुए थे। पनबड़िया में उनका ट्रांसपोर्ट और होटल का कारोबार था। ग्राम पंचायत चुनाव में शहादत अली ने अपनी पत्नी को चुनाव लड़वाया था। वह उसमें जीत गई थी। इसको लेकर उनकी दूसरे पक्ष से रंजिश हो गई थी। कुछ दिन पहले दोनों पक्ष के लोगों में मारपीट हुई थी।