इन विधायकों को मिला आॅफर
राज्यपाल से मिलने के बाद बाबूलाल मरांडी ने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि झाविमो के छह विधायक रणधीर सिंह, अमर कुमार बाउरी, गणेश गंझू, जानकी प्रसाद यादव, आलोक चौरसिया और नवीन जायसवाल भाजपा में शामिल करने के लिए न सिर्फ पद का ऑफर दिया गया, बल्कि मोटी रकम भी दी गई।
इस तरह से लेन देन होना बताया जा रहा है
उन्होंने बताया कि झाविमो के छह विधायकों के दल-बदल मामले के मुख्य सूत्रधार मुख्यमंत्री रघुवर दास खुद हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष द्वारा लिखे गए पत्र में बताया गया है कि झाविमो विधायक गणेश गंझू को पार्टी पदाधिकारी राकेश प्रसाद की निगरानी में दो करोड़ रुपये सांसद सुनील सिंह द्वारा दिया गया, जबकि रणधीर सिंह को प्रदेश महामंत्री दीपक प्रकाश की निगरानी में प्रदेश कोषाध्यक्ष महेश पोद्दार (अब राज्यसभा सांसद) द्वारा दो करोड़, विधायक नवीन जायसवाल को प्रदेश भाजपा पदाधिकारी प्रदीप कुमार वर्मा की निगरानी में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, विधायक अमर कुमार को संजय सेठ (अब झारखंड राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष) की निगरानी में विधायक विरंची नारायण ने एक करोड़ रुपये, विधायक आलोक चौरिसया को भाजपा नेत्री उषा पांडेय की निगरानी में विधायक अनंत ओझा ने दो करोड़ रुपए और विधायक जानकी प्रसाद यादव को पार्टी के तत्कालीन प्रदेश संगठन महामंत्री राजेंद्र सिंह की निगरानी में खुद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दो करोड़ रुपए दिए।
बाबूलाल मरांडी ने बताया कि दल-बदल करने वाले सभी विधायकों को भाजपा के तत्कालीन झारखंड प्रभारी त्रिवेंद्र सिंह रावत (अब मुख्यमंत्री उत्तराखंड) के निर्देशानुसार यह राशि पहुंचाई गई और इन विधायकों से प्राप्ति पर्ची मुख्यमंत्री रघुवर दास को सौंपी गई। उन्होंने कहा कि भाजपा में आने वाले सभी झाविमो विधायकों को शेष राशि भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने की तिथि से 36 माह के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी ली गई।
मरांडी ने की प्राथमिकी दर्ज करवाने की मांग
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने भाजपा में शामिल होने वाले सभी छह विधायकों के स्थायित्व की जिम्मेवारी खुद ली और इससे राष्ट्रीय अध्यक्ष को अवगत कराया। राज्यपाल को सौंपे गये ज्ञापन में झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने पार्टी के छह विधायकों को दल-बदल करवाकर भाजपा में शामिल कराने के एवज में पैसे का लेन-देन और पद का प्रलोभन देने वाले भाजपा नेताओं पर तुरंत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने दल-बदल करने वाले सभी विधायकों की विधानसभा सदस्यता रद्द करने और इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। पार्टी की ओर से इस नकद लेन-देन में शामिल मुख्यमंत्री रघुवर दास को बर्खास्त करने की भी मांग की है।