प्राप्त जानकारी के अनुसार एलेप्पी एक्सप्रेस से तमिलनाडु से हटिया आ रही महिला ने स्लीपर कोच में बच्चे को जन्म दिन दिया था। प्रसव के दौरान हटिया स्टेशन स्थित रेल डॉक्टर को सूचना दिए जाने के बावजूद भी वह नहीं पहुंचे, जिसके कारण बच्चे की मौत ट्रेन में ही हो गई। बाद में मीडिया में यह मामला सामने आने के बाद आनन-फानन में महिला को सदर अस्पताल भेजा गया, लेकिन वहां भी लापरवाही का ही आलम दिखा। प्रसुता अपने मृत बच्चे को थैले में डालकर मदद के लिए घूमती रही और बेंच पर बैठी रही। बाद में मीडिया में मामला सामने आने पर उसे इलाज के लिए भरती कराया गया।
दूसरी बार सामने आई रेलवे डॉक्टरों की लापरवाही
महिला के पति ने पत्रकारों को बताया हटिया स्टेशन पहुंचने के करीब आधे घंटे पहले उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई और हटिया स्टेशन पर खड़ी एलेप्पी एक्सप्रेस में बच्चे को जन्म दिया, लेकिन वहां के रेलवे कर्मचारियों ने बताया कि यहां कोई सुविधा नहीं मिल सकती, इसलिए रांची स्टेशन चले जाएं। बाद में सदर अस्पताल पहुंचने पर भी महिला काफी देर तक भटकती रही। दो दिन पहले भी एक महिला की डिलीवरी ट्रेन में ही हुई थी, रेलवे के डॉक्टरों ने उसे भी अटेंड नहीं किया था।