हर गांव में होगा स्वच्छता सर्वेक्षण
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने कहा कि एक महीने तक चलने वाला यह सर्वेक्षण राज्य के तमाम गांवों में चलेगा और फिर जिलों की स्वच्छता रैंकिंग जारी होगी। सर्वेक्षण के दौरान टीम विभिन्न बिंदुओं पर ध्यान देगी। अराधना पटनायक ने बताया कि ये सर्वेक्षण झारखंड के साथ-साथ पूरे देश के गांवों में एक से 31 अगस्त के बीच चलेगा।
इस संबंध में झारखंड स्वच्छता मिशन के डायरेक्टर राजेश कुमार ने कहा कि सूबे के 11 जिले पूरी तरह से ओडीएफ हो गए है, जबकि खूंटी ओडीएफ होने के कगार पर है। उन्होंने उम्मीद जताई कि 2 अक्टूबर तक सूबे के सभी जिले ओडीएफ हो जाएंगे। मिशन डायरेक्टर ने बताया कि एक से 31 अगस्त तक चलने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण के आधार पर जिलों की रैकिंग तय होगी और उसी आधार पर राज्य की रैंकिंग बनेगी। उन्होंने कहा कि इस दिशा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए जनता को जागरुक करना पड़ेगा।
चुनौती मानकर किए जा रहे विकास कार्य
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान को लेकर पेयजल स्वच्छता विभाग की ओर से शौचालय बनाने का काम युद्धस्तर पर पूरा किया जा रहा है, वहीं अब दूसरे चरण में ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए भी विशेष रणनीति बनायी गयी है। इसके तहत विभिन्न द्वारा छोटी-छोटी पाईप लाईन परियोजनाओं को पूरा करने की योजना बनायी गयी है,ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली एक बड़ी आबादी तक स्वच्छ पेयजल पहुंच सके।